सुन्दरी शूर्पणखा ने विवाह के लिए प्रस्तावित किया श्रीराम एवं लक्ष्मण को
रावण ने बदले की भावना से किया सीता का हरण
जबलपुर- गढा़ रामलीला के 9 वें दिवस पर शुर्पनखा प्रसंग, खर दूषण वध एवं सीता हरण की लीला संपन्न हुई ।इस लीला को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ एकत्रित होने का इतिहास है ।शुर्पणखा पंचवटी में भगवान राम लक्ष्मण को देखकर मोहित हो गई तथा विचार करने लगी कि मेरे समान नारी और राम और लक्ष्मण के समान सुंदर पुरुष तीनों लोक में नहीं है “तुम सम पुरुष न मो सम नारी यह संजोग विधि रचा बिचारी” ऐसा विचार कर उसने राम के समक्ष विवाह का प्रस्ताव रखा ।भगवान राम के मना करने पर लक्ष्मण के समक्ष विचार रखा जब दोनों नहीं माने तो वह सीता को मारने को तैयार हुई इस पर क्रुद्ध होकर लक्ष्मण जी ने शुर्पणखा के नाक और कान काट कर उसे दंडित किया। शुर्पणखा अपने भाई रावण के पास पहुंची तथा अपने अपमान का बदला लेने की बात करने लगी ।बहन के अपमान का बदला लेने खर दूषण आए तो भगवान राम ने 14 सशस्त्र सैनिकों सहित खर दूषण का वध कर दिया। इससे क्रोधित होकर रावण ने बदला लेने के लिए छल पूर्वक सीता का हरण कर लिया। सीता का हरण होते ही दर्शक विशेष रूप से महिलाएं भाव विभोर हो गई।निर्देशक राजेश मिश्रा सहनिर्देशक मुकेश मिश्रा के कुशल मार्गदर्शन में व्यास माधव दुबे की दोहा और चौपाई में निकली मधुर आवाज ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। आज लीला दर्शन करने सिंगापुर से पधारे स्तुप्त दानदाता सुभाष प्रीतमानी , संस्कार भारती जबलपुर से मदन गोपाल पटेल,कमलेश यादव,राजेश खरे,रवि सोनी,प्रभात दुबे,संजय सेन,अनीत पटेल, अनीता मिश्रा,माला सिंह,विजयश्री,राकेश मिश्रा ने भगवान का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर समिति के संचालक अशोक मनोध्याय,अध्यक्ष राकेश पाठक,महामंत्री लोकराम कोरी, रमाशंकर कटारे, हरीश मनोध्याय, राजेंद्र प्यासी,शरद दुबे कुररिया,निलेश चौबे,हनुमंत सिंह रघुवंशी, विनोद नेमा,गनपद कोष्टा, सुजीत साहू, राजेश नेमा ,भोलाराम खत्री,भूपेन्द्र उपाध्याय, सुदामा दुबे,केदारनाथ शर्मा, अशोक बघेल,शैलेन्द्र गोटिया,मुन्ना साहू,लोकमन पटेल, कमलेश बसेड़िया, श्रीमती उर्मिला यादव,श्रीमती छाया मिश्रा, डाक्टर नीना उपाध्याय,अनीता मिश्रा, इंदुलता प्यासी,नरेश मिश्रा,सम्राट पांडे,श्रीमती विद्या केवट,श्रीमति अनीता केवट सहित समिति के सभी स्थायी आजीवन सदस्य उपस्थित रहे।
दिनांक 08/10/ 24 मंगलवार को जटायु मुक्ति शबरी की नवधा भक्ति, श्रीराम सुग्रीव मैत्री ,बाली वध, एवं सीता की खोज की रोचक लीला का मंचन होगा ।समस्त भक्त जनों से अनुरोध है कि वे अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर लीला का आनंद लें