19 लाख की सुदूर रोड ने ग्राम वासियों की बढ़ाई मुसीबत?

इस रास्ते पर पैदल चलना हुआ मुश्किल

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( इंजीनियर एवं सचिव-सरपंच से रिकवरी कर पुनः बनाई जाए रोड – ग्रामवासी)

बालाघाट : – बालाघाट जिले के बिरसा जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत हर्राटोला के चरचेंडी से बाहीटोला की ओर लगभग 1 किलोमीटर का सुदुर मार्ग का निर्माण कराया गया। जो इन दिनों पूरे बालाघाट जिले में चर्चा का विषय है।
इस रोड की हालत पंचायत कर्मियों की नियत और इंजीनियर की काबिलियत दोनों पर कई सवाल खड़े कर रही है।
ग्राम पंचायत हर्राटोला के चरचंडी ग्राम में अधिकतर राष्ट्रीय मानव का दर्जा प्राप्त बैगा जनजाति के लोग निवास करते हैं।
जिनके आवागमन को ध्यान में रखते हुए इस रोड को सुदूर रोड निर्माण की स्वीकृति मिली थी।
ताकि इस पथरीले रास्ते को बारिश के दिनों के लिए सुगम बनाया जा सके।
किंतु इस रोड में मुरुम की जगह पीली मिट्टी डाली गई एवं रोड रोलर का इस्तेमाल भी नहीं किया गया, जिससे शुरुआती बारिश में ही रोड पर डाली गयी मिट्टी अब कीचड़ में तब्दील हो चुकी है। जिसके कारण इस रोड पर वाहन तो बहुत दूर की बात है इंसान पैदल भी नहीं चल पा रहा है ।
ऐसी स्थिति में यदि इस ग्राम में किसी की तबीयत खराब हो जाए तो ग्राम तक एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाएगी ।
ऐसी स्थिति में मरीज को इलाज के लिए इस ग्राम से बाहर कैसे निकाला जाएगा ?
यह सवाल उन तमाम जिम्मेदारों से पूछना जरूरी हो जाता है, जो निजी स्वार्थ के चलते रोड निर्माण में सारे माप दण्डो दरकिनार कर अपनी जेब गर्म कर लिए हैं ।
इस ग्राम से मुख्य मार्ग में आने के लिए एकमात्र यही रोड है।
जिसकी दशा सुधारने का सपना दिखाकर पंचायत कर्मियों ने इस रोड पर कीचड़ मचा दिया है। जिससे समस्त ग्रामवासी अब परेशान है।
बालाघाट जिले की बैहर,बिरसा एवं परसवाड़ा तहसील आदिवासी क्षेत्र होने के कारण , ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए शासन की ओर से अनेक योजनाओं के माध्यम से पानी की तरह पैसा बहाया जाता है किंतु वह पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। यही कारण है कि इन क्षेत्रों की दशा आज भी दयनीय है ।
ग्रामीण क्षेत्रों की कच्ची सड़कों को दुरुस्त करने के लिए सुदुर सड़क का निर्माण कराया जाता है । जिसके लिए शासन की ओर से पर्याप्त राशि भी दी जाती है किंतु आदिवासी क्षेत्रों में पंचायत कर्मियों से लेकर अधिकारी तक तमाम मापदंडों को दरकिनार कर रोड निर्माण के नाम पर मिट्टी डालकर सिर्फ औपचारिकता पूरी कर इस राशि पर अपना हाथ साफ कर लेते हैं। इन क्षेत्रों में बने सुदूर रोड की जांच कराई जाए, तो भ्रष्टाचार की नई तस्वीर सामने आएगी जो चौंकाने वाली होगी।
फिलहाल चरचंडी के ग्रामवासी इस रोड पर हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग कर रहे है, एवं दोषियों से भ्रष्टाचार की राशि रिकवरी कर इस रोड का पुन: र्निर्माण करने की भी मांग शासन प्रशासन से कर रहे हैं।

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