जबलपुर – पनागर में तालाबों की पुराई का मामला थम नही रहा है और पनागर के तहसील, और नगरपालिका स्तर के अधिकारियो की जानकारी होने के बाद भी निरन्तर तलाबो में पुराईं चल रही है। जिससे आम जन में रोस है। ओर नगर पालिका क्षेत्र अतर्गत आने वाले तालाबों का सही रिकार्ड नगर पालिका बता ही नहीं पाती है। मामला पनागर के कृषि उपज मंडी के सामने तालाब का है जो कि व्यास तालाब के अतर्गत रकबे पर आता है। एवं तालाबी भूमी आम निस्तारी मद की है। एवं इस पर व्यक्तिगत नाम जरूर हो सकता है। लेकिन इसका मद परिर्वतन नहीं किया जा सकता है। पनागर स्थित 29/5 और 29/6 लमती हल्का की पुराने रिकार्डो में ग्रीन लेन्ड निर्धारित है। एवं इसका रकवा लगभग 200 • एकड़ का है। जो कि वर्तमान में भू माफियो की चपेट में आ गया है।
कैसे हो रही टाउन एंड कंट्री प्लानिग
पनागर लमती क्षेत्र के हल्के से जुड़े हुए लगभग २०० लोग इस रोक से भली भाँती ज्ञात है। और लमती रकवे मे स्थापित लोगो का कहना है कि जब हमारी भूमि पर रोक लगी है। तो उसी हल्के पर कैसे तालाब को पूरा जा रहा ही प्रराशासन एवं नगर पालिका किसी को रोक देती हो एवं किसी का काम होने देती है। ये विल्कुल भी पारदर्शिता को नही दर्शाता है तालाबो के संरक्षण के लिए विधानसभा में विषय है और जल संसाधनों का संरक्षण करना सबकी जिम्मेदारी है फिर पनागर नगर में ऐसा क्यों हो रहा है खुले आम छुट्टी का ओर आचारसंहिता में अधिकारियों की व्यस्तता का फायदा उठाया जा रहा है
छुट्टी का फायदा उठा रहे भू माफिया
तालाब भूमी के क्षेत्रो में अक्सर भू माफिया छुट्टी का दिन देख कर फायदा उठाते है और वर्तमान स्थिति में देखा गया कि बिना मुख्य नगर पालिका की अनुमति के यहाँ कार्य-चल रहा अधिकारी आशीष शर्मा ने इस कार्य को पूर्णतः अवैध बताते हुए कहा कि नगर पालिका ने कोई अनुमति नहीं ली है। लोग छुट्टी का फायदा उठाकर कार्य कर रहे है जिसपर कार्यवाही अवश्य होगी
अनुविभागीय अधिकारी अभीषेक सिंह ने बताया कि मेरी अभी नवीन पदस्थापना इस क्षेत्र में हुई है में सबंधित तहसीलदार विकास जैन को जांच के लिये बोल रहा है। एवं इस पर कार्यवाही अवश्य की जावेगी।
तहसीलदार विकास जैन ने बताया तत्काल प्रभाव से थाना पनागर को सूचना कर कार्य मे पाय जाने वाले वाहन ओर मसीनो को जब्त कराया जबेगा और कार्य को रुकवाया जबेगा
निस्तार पत्रक में दिख रहा आम निस्तारी तालाब
जब इस विषय में ताल तलैया बचाव अभियान समीति की फाइल रिकार्ड से यह जानकारी प्राप्त हुई लमती हल्का का बहुत बड़ा हिस्सा तालाब भूमि के अंतर्गत आता है शेष लोग इसमे खेती कर रहे हैं। क्यूकि इसका रिकार्ड ग्रीन लेन्ड में है। लेकिन इसके तलाबी हिस्से को 75%. पूर दिया गया है।
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