अंजना नितिन की हत्या की चश्मदीद गवाह थी, अब एकमात्र गवाह उसकी माँ ही बची है।
पुलिस के रहते हुये अंजना की मौत हो गई
जबलपुर। क्या सभी चश्मदीद गवाह को मौत के घाट उतारा जा रहा है,क्या पुलिस हत्यारों के साथ है, क्या म.प्र. सरकार दलित विरोधी है,
महोदय, हमारी यह मांग है कि एक ही साल में दलित परिवार के तीन सदस्यों की मौत की सी.बी.आई. जांच कराई जाये। यदि सरकार द्वारा हमारी बात नहीं सुनी जाती है तो कॉग्रेस द्वारा हाईकोर्ट की शरण ली जायेगी।
म.प्र. कांग्रेस कमेटी द्वज्ञरा दलित परिवार को न्याय दिलाने बावत् हर संभव कोशिश की जा रही है साथ ही पीड़ित परिवार को दो लाख रूपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा भी की गई है।
हम आशा करते हैं कि आप इस जघन्य प्रकरण को संज्ञान में लेकर और हत्यायें नहीं होने देंगे और दलित परिवार को न्याय दिलवायेंगे।
न्याय की आशा में –
इंदिरा कठक तिवारी, रेखा विनोद जैन
मनीष अवस्थी; सुधा जायसवाटल
ममता तिवारी, सुमन दीवान,
तारा चौधरी, भनीता बिरहा, रेक सेन
(श्रीमती कमलेश यादव) शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष,
जबलपुर
मोबा. नंबर 9329563097