पति के दीर्घायु के लिए महिलाओं ने व्रत रखा
कटनी खरनी फाटक रेलवे कॉलोनी स्थित बजरंगबली मंदिर पर स्थित नर्सरी में बरगद के पेड़ के नीचे महिलाओं ने व्रत सावित्री व्रत आज राखी बट सावित्री व्रत को सावित्री अमावस्या या बट पूर्णिमा भी कहा जाता है आज के दिन सुहागन अपनी पति की लंबी आयु के लिएव्रत रखती हैं साथ ही अपने पति की कामयाबी और सुख समृद्धि के लिए कामना करती हैं बट सावित्री पर बट सावित्री के वृक्ष के साथ सत्यवान और सावित्री की पूजा की गई वहीं इस दिन ही शनि अमावस्या भी है जिसे शनि जयंती भी कहा जाता है ऐसे में बट सावित्री का महत्व और भी बढ़ जाता है आज गुरुवार को महिलाएं बरगद के पेड़ के नीचे एकत्रित होकर पूजा अर्चना करती हैं और पूरी विधि विधान से पूजा की गई पौराणिक कार्यकाल में कहा गया है की पौराणिक मान्यता है कि प्रतिवर्ष साल में जेठ महीनेकी अमावस्या तिथि को महिलाएं व्रत रखती हैं ।