भक्ति से प्रसन्न होकर धरा धाम में श्रीहरि होते हैं अवतरित : स्वामीनरसिंह दास जी
(गीता धाम ग्वारीघाट मे गुरु पूर्णिमा महोत्सव )
जबलपुर – देवता भी धरा धाम में आकर श्रीहरि की लीलाओं का दर्शन करने लालयित रहते हैं, श्रीहरि भक्त की पीड़ाओं से द्रवित होकर अवतरित होते हैं, प्रभु अजन्मा , अविनाशी है भक्ति से प्रसन्न होकर युगों से लीला करते हैं।आज चतुर्थ दिवस • की कथा में स्वामी जी ने कहा हमारा मन और बुद्धि निर्मल और शुद्ध होना चाहिए, मन और बुद्धि की शुद्धि का साधन कथा ही है कथा के समान अन्य कोई दूसरा साधन नहीं ” कथा समानं भुवि नास्ति चान्यत्” इसलिए भगवान की कथा खूब श्रवण करना चाहिए, यह कथा अमृत है इसे स्वयं पियो ब दूसरों को प्रेरणा देना चाहिए, भगवान के अनेक अवतार हुए पर उन सबका एक ही उद्देश्य है धर्म की रक्षा और भक्तों पर अनुग्रह करना जिन लीलाओं को करके भगवान चले जाते हैं उन्हीं’ का गायन करना स्मरण करना नाम जपना यही भक्ति है। चाहे श्रीहरि का बाराह अवतार हो चाहे वामन परशुराम या नृसिंह अवतार हो हरि की लीलाएँ दिव्य है। श्रीरामवतार में भगवान त्रेता में जन्म लेते हैं तो द्वापर में श्री कृष्ण व बलराम के रूप में प्रगट होकर इस पृथ्वी के भर को दूर करते हैं और धर्म की स्थापना करते हैं
उक्त उद्गार कथा व्यास नरसिंह पीठाधीश्वर डॉक्टर स्वामी नरसिंह दास जी महाराज ने व्यास पीठ से गीता धाम ग्वारीघाट में श्री गुरु पूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा पुराण सप्ताह के चतुर्थ दिवस श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर कहे।
श्रीमद्भागवत कथा पुराण 18जुलाई को दोपहर 3 बजे श्रीकृष्ण बाल लीलाओं की कथा और व्यासपीठ पूजन से प्रारंभ होगी।
भगवान श्री योगेश्वर जी,व्यास पीठ पूजन . दैवज्ञ अरूण शर्मा, अशोक मनोध्या,
डॉ अजय तिवारी, विजय रमा अग्रवाल,चंद्र शेखर शुक्ल,सुशील पटेल, रमेश शुक्ला, लोकेश अग्रवाल, रमेश पाण्डेय,
रामसेबक पटेल ,रमेश बसेडिया , अभिनव, डॉ कुक्कू तिवारी, राजेन्द्र इंदुलता प्यासी,योगेश, जुगल किशोर श्रीवास्तव, पार्वती पटेल, पूनम दुबे, ममता, पुष्पा पटेल, चंद्र मणि, गीता साहू, संजय मिश्रा, शिव तिवारी,रज्जन बाई पटेल, सुलोचना बाई , प्रवेश खेड़ा, विष्णु पटेल, विध्येश भापकर , डॉ संदीप मिश्रा, नीरज, संजय पटेल, लोकराम कोरी, राजेश नेमा,राजेन्द्र यादव, सहित भक्त जनों ने की।
कथा में उपस्थित होकर धर्म लाभ अर्जित करने का आग्रह नरसिंह मंदिर गीता धाम भक्त मंडल ने की है।