जागरूकता से हृदय के रोगों में कमी आएगी

इंफिनिटी हार्ट इंस्टीट्यूट के द्वारा आयोजित संगोष्ठी में वरिष्ठ चिकित्सकों ने व्यक्त किए अपने विचार

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इंफिनिटी हार्ट इंस्टीट्यूट के द्वारा आयोजित संगोष्ठी में वरिष्ठ चिकित्सकों ने व्यक्त किए अपने विचार
जबलपुर– इस समय भारत में हृदय रोगियों में निरंतर वृद्धि हो रही है, जो कि समाज के लिए एक खतरे की घंटी है। इसके लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना चाहिए और लोगों में हृदय रोगों से संबंधित बीमारियों के बचाव के लिए जागरूकता लानी चाहिए।
तभी हृदय रोग के मरीजों में कमी आएगी। यह कहना है शहर के वरिष्ठ हृदय रोगों से संबंधित चिकित्सकों का। वे यहां पर सत्य अशोका होटल में आयोजित इंफिनिटी हार्ट इंस्टीट्यूट के द्वारा आयोजित हृदय रोगों पर मंथन के लिए संगोष्ठी में बोल रहे थे। संगोष्ठी में सभी वरिष्ठ चिकित्सकों ने कहा कि हृदय रोगों से बचाव के लिए हमें अपनी दिनचर्या में बदलाव लाना चाहिए। इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में आए मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजय मिश्रा ने कहा कि तनाव अनियमित खानपान और व्यायाम की कमी के कारण हम सब हृदय के रोगों को बढ़ावा देते हैं। हम सभी को अपनी दिनचर्या में बदलाव लाना चाहिए। इंफिनिटी हार्ट इंस्टीट्यूट के संचालक डॉक्टर अंकित अग्रवाल ने कहा कि हम सबको हृदय रोगों के प्रति सावधानी तो रखना चाहिए साथ-साथ समय पर वरिष्ठ चिकित्सकों से समय-समय पर जांच भी करनी चाहिए जिससे कि भविष्य में कोई बड़ी बीमारी या रोग ना हो।

एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से उपचार- डॉक्टर अंकित अग्रवाल ने बताया कि इंफिनिटी हार्ट इंस्टिट्यूट में एडवांस टेक्नोलॉजी से अब और भी ज्यादा बेहतर ढंग से हृदय रोगों का उपचार बड़ी ही सहजता से किया जा रहा है। इतना ही नहीं पूरे महाकौशल क्षेत्र से हृदय रोगी यहां पर आकर अपना सफल इलाज कर रहे हैं। आने वाले समय में और भी एडवांस टेक्नोलॉजी यहां पर हृदय रोगियों को मिलती जाएगी और उनका समुचित उपचार सहज ही उपलब्ध रहेगा।
इससे पहले इस संगोष्ठी में
विशेष अतिथि पदम श्री सम्मानित वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर एमसी डाबर, डॉ अशोक श्रीवास्तव डॉ मनोज पाराशर वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर एसके मिश्रा एवं सिविल सर्जन डॉ मनीष मिश्रा द्वारा दीप प्रज्वलित कर संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया।
आज की इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर डॉक्टर आर एस शर्मा, डॉ विक्रम चौहान, डॉ विकास मिश्रा, डॉ परिमल स्वामी, डॉक्टर नवीन शर्मा, डॉक्टर आशीष तिवारी, डॉ सुहेल सिद्दीकी, डॉक्टर विशाल बडेरा, डॉ ऋषि डाबर, आदि ने अपने उद्बोधन मैं हृदय घात और उससे जुड़े कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपने सार्थक विचार रखें।
संगोष्ठी में डॉक्टर दीपक बेहरानी, डॉ अमित बी किनारे, शिशिर सोनी की उपस्थिति उल्लेखनी रही।

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