थैलेसीमिया व सिकिलसेल पीडि़तों के लिए शुरू हुआ डे केयर सेन्टर

पीडि़तों को नि:शुल्क मिलेगा उपचार, चढ़ाया जाएगा ब्लड

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जबलपुर। थैलेसीमिया जन जागरण समिति जबलपुर मध्यप्रदेश एवं शीतल छाया हॉस्पिटल मालवीय चौक के संयुक्त प्रयास से थैलेसीमिया और सिकिलसेल से पीडि़तों के लिए मध्यप्रदेश का एकमात्र प्रथम डे केयर सेंटर का शुभारंभ किया गया। इस दौरान लगभग 10 थैलेसीमिया से पीडि़तों को नि:शुल्क उपचार, परामर्श व ब्लड चढ़ाने का कार्य किया गया। जिसका शुभारंभ सांसद आशीष दुबे, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, निगमाध्यक्ष रिंकुज विज, विधायक अभिलाष पाण्डे, धीरज पटेरिया की उपस्थिति में किया गया। समिति ने बताया कि आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए फिल्टर, एवं 3 माह और 6 माह में होने वाली आवश्यक जांचे सीबीसी, फेरेटिन, ब्लड शुगर, एसजीपीटी, केरेटिन की भी नि:शुल्क जांच की जाएगी।
इस संबंध में समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि डे केयर सेंटर की शुरूआत करने का मुख्य उद्देश्य थैलेसीमिया व सिकिलसेल से पीडि़तों का बेहतर उपचार और उन्हें आवश्यक परामर्श प्रदान करने के साथ-साथ उनकी जिंदगी को बेहतर बनाना है, ताकि बीमारी से पीडि़तों को अन्य बीमारी अपनी गिरफ्त में न ले सके और बेहतर उपचार से वह अच्छा जीवन व्यतीत कर सकें। समिति से मिली जानकारी के अनुसार डे केयर सेंटर का संचालन सोमवार से शुक्रवार सुबह 10 से शाम 5 बजे तक किया। थैलेसीमिया व सिकिलसेल से पीडि़तों को डॉ शशांक पांडे, डॉ श्वेता पाठक व शीतल छाया हॉस्पिटल के कुशल स्टॉफ के माध्यम से बेहतर उपचार दिया जाएगा।

इनकी रही मुख्य रूप से उपस्थिति
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शुभारंभ के अवसर पर शिशिर पांडे, डॉ शरद जैन, पं विकास शुक्ला, अजय घोष, सरबजीत सिंह नारंग, डॉ संजय असाटी, पंकज सिंघई, आशीष विश्वकर्मा, राहुल तिवारी, मोहित दुबे, कौशल दीक्षित, डॉ ऋ षि सागर, कपिल थडानी, शैलेश जैन, इलुविन्दर छाबड़ा, सी के ठाकुर, श्वेता सिंह, महेंद्र जैन, साहिल राज, अमर पटेल, सोनू भाटिया, रूपाली सिंघाई, किशोर थारवानी, प्रेम नाथानी, गोल्डी ललवानी, पराग सागर, सुनील गर्ग आदि मौजूद रहे।

समाजसेवियों से की मदद की अपील
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थैलेसीमिया जन जागरण समिति जबलपुर मध्यप्रदेश के अनुसार जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है, उनको फि ल्टर के लिए पूरा शुल्क एवं 3 माह और 6 माह में होने वाली जांचों के लिए 50 प्रतिशत शुल्क देना होगा, बाकी का 50 प्रतिशत शुल्क संस्था द्वारा दिया जायेगा और जो फि ल्टर के लिए शुल्क देने में असमर्थ होंगे उन बच्चों के लिए समाजसेवियों के माध्यम से संस्था फि ल्टर की व्यवस्था कराएगी, ताकि पीडि़त और परिजनों को किसी भी प्रकार से कोई परेशानी का सामना न करना पड़ेगा

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