सौरभ कुशवाहा ने जम्मू कश्मीर श्रीनगर लेह लद्दाख में लुगसर एक्सपीडिशन में 6630 मीटर 21747 फीट पर लहराया तिरंगा
शहर के सौरभ कुशवाहा जी ने बताया कि उनका चयन जवाहर इंस्टीट्यूट माउंट ट्रेनिंग से हुआ था
जबलपुर शहर के सौरभ कुशवाहा जी ने बताया कि उनका चयन जवाहर इंस्टीट्यूट माउंट ट्रेनिंग से हुआ था जिस्म की सेंटर गवर्नमेंट द्वारा 7 लोगों का चयन हुआ था जिसमें करनाल हेमचंद्र सिंह, नायक सूबेदार भारत सिंह जी, हवलदार थमन बहादुर जी, मिस जम्मू कश्मीर वह लेह लद्दाख की पहली लड़की माउंट एवरेस्ट लाडोल जी हवलदार खीराज राम जी, व जबलपुर से सौरभ कुशवाहा जी का चयन हुआ था सौरभ बताते हैं कि पहलगाम इंस्टीट्यूट से वह 17 को निकले थे और 18 को इंडिया का फ्लैग ऑफ सोना मार्ग में हुआ और 19 को ट्रेनिंग कैंप में पहुंचे और वहां से हाइट में चढ़ना शुरू किया जुजुला 11700 फीट ,से होते हुए कारगिल नमकीला 12198 फीट, वहां से फुर्तीला 13400 फीट, से होते हुए लेह टू करू और तुसमीरी लेख 15000 फीट पर पहला बेस कैंप लगा इसके बाद 24 को बेस कैंप से निकले तो सीधे सबमिट बेस कैंप 7:00 बजे शाम को पहुंचे जिसकी हाइट 6000 मीटर थी वहां से 25 को ऊपर ही आराम किया और 26 को रात 10:00 बजे लुगसर की हाइट छोटी में चढ़ना शुरू किया तो 27 को सुबह 11:00 भारत देश का राष्ट्रीय ध्वज6630 मी व 21,747 लुगसर चोटी पर भारत देश का राष्ट्रीय तिरंगा लहराया सौरभ बताते हैं कि अब तक का उनका एक्सपीडिशन टेक्निकल और काफी टफ था सौरभ बताते हैं कि एक्सपीडिशन में हमें खुद ही सारा सामान कैरी करना पड़ता है सौरभ बताते हैं कि वह 18 किलो का वेट लेकर सबमिट बेस कैंप तक चले थे जिसकी हाइट 6000 मीटर थी सौरभ बताते हैं कि उनको वहां से जानकारी लगा की लुगसर एक्सपीडिशन 2012 में बंद कर दिया गया था क्योंकि भारत और चीन का आपस में विवाद बन चुका हुआ था और वहां पर एक डेड बॉडी पाया गया था इसलिए वहां पर सिविल माउंटेनियर लोगों को परमिशन नहीं मिलता है लेकिन जवाहर इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल करनाल हेमचंद्र सिंह द्वारा परमिशन विलास सेंट्रल गवर्नमेंट से और उसमें 15 दिन सौरभ सिविल से फौजी बनकर रहे हैं सौरभ बताते हैं कि उनके लिए बड़ा गर्व की बात है की इंडियन आर्मी एयर फोर्स सोल्जर के साथ उन्होंने यह एक्सपीडिशन सबमिट किया सफलतापूर्वक सौरभ बताते हैं कि जहां उनका बेस कैंप था वहां से 62 किलोमीटर चीन बॉर्डर लग जाता है इसलिए वहां पर सिविल लोगों को अलाउड माउंटेन लोगों को परमिशन नहीं है सौरभ जबलपुर संस्कार ढाणी में 1 तारीख को प्रवेश करेंगे सुबह 8:30 बजे प्लेटफार्म 6