आज के दौर में युवाओं के जीवन में आध्यात्मिकता का समावेश अत्यंत आवश्यक ब्रह्माकुमारी विमला दीदी जी
कार्यक्रम का सफल संचालन ब्रह्माकुमारी पूजा दीदी ने किया ।
आज के दौर में युवाओं के जीवन में आध्यात्मिकता का समावेश अत्यंत आवश्यक ब्रह्माकुमारी विमला दीदी जी
(प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के कटंगा कॉलोनी सेवा केंद्र में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर परिचर्चा युवा सशक्तिकरण और आध्यात्मिकता का आयोजन)
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के शिव वरदान भवन कटंगा कॉलोनी सेवाकेंद्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में युवा भाई-बहिनों के लिए “युवा सशक्तिकरण और आध्यात्मिकता” विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया| कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को उनकी सुषुप्त शक्तियों को जाग्रत कर अपने जीवन में आध्यात्मिकता के समावेश द्वारा स्वयं का एक श्रेष्ठ चरित्र व महान व्यक्तित्व गढ़ सशक्त भारत, विश्वशिरोमणि भारत के निर्माण में उच्च भूमिका कैसे निभाई जाए|
सुरेश त्रिवेदी , कार्यपालन अभियंता, मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड ने कार्यक्रम में शुभकामनाएं देते हुए कहा कि युवा काल जीवन का सबसे स्वर्णिम काल होता है, युवावस्था में जीवन ऊर्जा सर्वोच्च स्तर पर होती है और इसका सही दिशा में प्रयोग करना युवावस्था में ही सीख लिया जाए तो पूरा जीवन संवर जाता है।
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी विमला दीदी जी ने युवाओं को प्रेरणा देते हुए कहा कि आज वर्तमान समय आवश्यकता है साधनों के मायाजाल में भटके हुए युवा जो कि अनेक प्रकार के व्यर्थ जंजालों में अपनी शक्ति बर्बाद कर रहे हैं । उन्हें जागरूक करने की और उन्हें इस युवा जीवन में ईश्वर प्रदत्त शक्तियों के महत्व से परिचित करवाने की। ताकि वे अपनी असीमित ऊर्जा को व्यर्थ में ना लगाते हुए सकारात्मक दिशा में उसका प्रयोग कर के अपने आप को विश्व कल्याणकारी बना सके |
युवा इंजिनियर और शिक्षक ब्रह्माकुमार हरिओम भाई ने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी है अपने से छोटों के लिए मार्गदर्शन देने के निमित्त बनें और अपने से बड़े हैं उनकी जो हमारे प्रति आस है उस आशा को पूर्ण कर घर का दीपक बनने के साथ-साथ राष्ट्र और विश्व के भी दीपक बनें|
युवा इंटरप्रेनर अनूप राय ने राजयोग ध्यान के अभ्यास से अपने जीवन में आई परिस्थितियों का सामना कर के सफल होने का अनुभव सांझा करते हुए कहा कि जीवन के सब कार्य करते हुए उस कार्य के परिणाम की चिंता न कर ईश्वर के प्रति समर्पण कर देने से ही
हम निश्चित हो कर के कार्य कर सकते है। इस विचार ने मुझे हर विपरीत परिस्थिति से निकलने का रास्ता बतलाया।
युवा अधिवक्ता अर्पिता खरे ने कहा कि नियमो के पालन के लिए चारित्रिक अनुशासन की जरूरत पड़ती है , इस में राजयोग का नियमित अभ्यास अनेक तरह से मदद करता है।
युवा कंपनी सेक्रेटरी शिवम मिश्रा ने उपस्थित सभी जनों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन ब्रह्माकुमारी पूजा दीदी ने किया ।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित स्कूल कालेज के छात्र छात्रा, एन सी सी कैडेट, संस्थान में आने वाले युवा भाई बहनों समेत अनेक युवाओ का सम्मान भी किया गया ।