जुल्मी जब जब जुल्म करेगा, सत्ता के हथियारों से चप्पा चप्पा गूंज उठेगा
बहुजन कल्याण संघ की महारैली,आरक्षण विरोधी निर्णय को संसद का सत्र बुलाकर निरस्त करने की मांग
आदिवासी बहुजन कल्याण संघ की महारैली,आरक्षण विरोधी निर्णय को संसद का सत्र बुलाकर निरस्त करने की मांग
जबलपुर। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आरक्षित वर्ग में उप वर्गीकरण पर विवादित निर्णय लेने के बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया है। आदिवासी बहुजन कल्याण संघ (अबाक्स) ने इस निर्णय के खिलाफ आज एक विशाल महारैली का आयोजन किया।
रैली में युवा छात्र-छात्राओं ने “जुल्मी जब जब जुल्म करेगा, सत्ता के हथियारों से चप्पा चप्पा गूंज उठेगा” और “संविधान की रक्षा कौन करेगा, हम करेंगे” जैसे नारे लगाए। रैली का नेतृत्व अबाक्स के प्रदेश अध्यक्ष देवेश चौधरी ने किया और यह सिविक सेंटर से प्रारंभ होकर मलवीय चौक, नगर निगम, नोद्रराब्रिज होते हुए ओमती कंट्रोल रूम में समाप्त हुई।
-मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है
रैली के दौरान अपर कलेक्टर नाथूराम गौड़ को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया कि सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आरक्षित वर्ग के अधिकारों का उल्लंघन है और संविधान के अनुच्छेद 341, 342 का उल्लंघन करता है।
ज्ञापन में मांग की गई कि संसद का विशेष सत्र बुलाकर आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में जोड़ा जाए और भविष्य में न्यायालय द्वारा इसके साथ छेड़छाड़ न हो सके। इसके अलावा, कालेजियम सिस्टम को समाप्त करने और रोहणी आयोग की अनुशंसा को लागू करने की भी मांग की गई है। रैली में पूर्व विधायक विनय सक्सेना, सौरभ शर्मा, एडवोकेट अरविंद श्रीवास्तव, एडवोकेट तेजकुमार भगत, एडवोकेट तरुण रोहितास और अन्य की उपस्थिति रही।