आरक्षण विरोधी निर्णय को संसद का सत्र बुलाकर निरस्त किया जाए
आरक्षित वर्ग में उप वर्गीकरण करने का निर्णय विगत दिवस माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने 6/1 के बहुमत से विवादित निर्णय लिया
आरक्षित वर्ग में उप वर्गीकरण करने का निर्णय विगत दिवस माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने 6/1 के बहुमत से विवादित निर्णय लिया जिससे अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग में पूरे देश में आक्रोश है।इसी क्रम में आज आदिवासी बहुजन कल्याण संघ के आव्हान पर हजारों की संख्या में एक महारैली निकाली गई। रैली में युवा छात्र छात्राएं हाथों में तख्ती लिए चल रहे थे जिसमे जुल्मी जब जब जुल्म करेगा सत्ता के हथियारों से चप्पा चप्पा गूंज उठेगा जय भीम के नारों से , संविधान की रक्षा कोन करेगा हम करेंगे के नारे लिखे लेकर चल रहे थे।रेली का नेतृत्व अबाक्स के प्रदेश अध्यक्ष देवेश चौधरी ने किया ।रैली सिविक सेंटर से प्रारंभ होकर मलवीय चौक,नगर निगम,नोद्रराब्रिज होते हुए ओमती कंट्रोल रूम में समापन हुई जहां अपर कलेक्टर नाथूराम गोड को राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
ज्ञापन का वाचन देवेश चौधरी ने किया जिसमे बताया की सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय से आरक्षित वर्ग अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है संविधान के अनुच्छेद 341,342 का उल्लंघन है जो की संसद द्वारा राष्ट्रपति को आरक्षित वर्ग की सूची में वर्गीकरण उप वर्गीकरण एवम विभाजन के लिए संवैधानिक शक्तियां प्रदान करता है।राज्यो के पास विधायी एव कार्यपालिक शक्तियां ऐसा करने के लिए नही है वे आरक्षित वर्ग की जातियों को उप वर्गीकरण कर सके इससे न केवल अराजकता पैदा होगी बल्कि संविधान की मूल संरचना प्रभावित होगी।
जस्टिस बी आर गवई द्वारा आरक्षित वर्ग में क्रीमी लेयर की बात करना भी इसलिए दुखद है क्योंकि आरक्षण गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम नही है बल्कि सामाजिक भेदभाव एव आश्प्रश्यता के विरूद पूना ऐक्ट से मिला अधिकार है।ज्ञापन में मांग की गई की संसद का विशेष सत्र बुलाकर आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में जोड़ा जाए ताकि भविष्य में इसके साथ न्यायलयो द्वारा छेड़ छाड़ न हो सके। कालेजियम सिस्टम को खत्म किया जाए।रोहणी आयोग की अनुशंसा को केंद्र सरकार तत्काल प्रभाव से लागू करे।
इस अवसर पर देवेश चौधरी,पूर्व विधायक विनय सक्सेना,सौरभ शर्मा,एड तेजकुमार भगत,एड तरुण रोहितास,,एड अरविंद श्रीवास्तव,रुक्मणि गोटिया,कमलेश धपोड़कर,एड शुभम चौधरी,एड राजेंद्र गुप्ता,राहुल चौधरी,धर्मेंद्र कुशवाहा,राजेंद्र जाट,चमन पासी, डी के राव,टीकाराम कोष्टा,इंद्रपाल मरकाम,संजय सेन,मदन लारिया,सोनेलाल उरेती,पंकज भोज, रवि शेलानी,संजय अहिरवार ,राकेश मून,इंद्र कुमार पटेल, राजमणि साकेत,महेश अहिरवार,राकेश चौधरी,शिवकुमार चौधरी,रोशन चौधरी,महेश कोरी, यमेश चौधरी,जीवन जाटव,नाथूलाल सतनामी,दीपक चौधरी,सी एस सिरसाठ, बी एल झारिया,प्रकाश चंदेल,एड सूरज चौधरी,एड पवन रोहित,एड अरविन्द चौधरी,एड जयराज डिसोरिया,विनोद लड़ियां,एड कोशल बैन,नीलू चौधरी,टीकाराम रोहित,एड बालकिशन चौधरी,एड गोविंद अहिरवार,दिनेश चौधरी,योगेश जाटव,एड अनिल बाबरिया,खूबचंद पासी,लखन अहिरवार, दास अहिरवार,आर डी चौधरी,डा प्रशांत पुणेकर,सुशील अहिरवार,डा तुलाराम लड़ियां,एड रुचिरा गुप्ता,डा दिगंबर पीपरा ,श्यामू कोरी,सुनील मसीह,हरिश्चंद्र चौधरी,गोलू अहिरवार ,मुन्नीलाल अहिरवार आदि उपस्थित थे।