इंट्रेस लेने में लगा दिए चार माह, आधे से ज्यादा छात्र नहीं आए परीक्षा देने
आरडीयू का मामला, बीएससी एग्रीकल्चर से मोहभंग
जबलपुर ,रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय (आरडीयू) में ताबड़तोड़ नए-नए पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जा रहे हैं, लेकिन व्यवस्थाओं की और किसी का ध्यान नहीं हैं। जिसके चलते छात्रों का मोहभंग होना शुरू हो गया है। ताजा मामला बीएससी एग्रीकल्चर से जुड़ा हुआ है। आरडीयू में बीएससी एग्रीकल्चर के लिए आज इंट्रेस एग्गाम आयोजित किए गए। जानकर हैरानी होगी कि महज इंट्रेस एग्जाम लेने में ही आरडीयू के जिम्मेदारों ने 4 माह से ज्यादा समय लगा दिया।
नतीजा यह हुआ कि जितने विद्यार्थियों ने इंट्रेस के लिए पंजीयन कराया था, उससे आधे भी एग्जाम देने नहीं आए। बात साफ है कि, उन्हें आरडीयू से बेहतर विकल्प मिल गया होगा।
मई में भरवाए गए थे फार्म
आरडीयू प्रशासन ने 13 मई को बीएससी एग्रील्चर के इंट्रेस एग्जाम के लिए ऑन लाइन आवेदन मंगवाए थे। बताया जाता है कि, देश के अलग-अलग प्रदेशों से सहित मध्यप्रदेश के करीब 218 छात्रों ने पंजीयन कराया था, लेकिन विवि के कर्ताधर्ता इंट्रेस एग्जाम के लिए लेने की
तिथि तय ही नहीं कर पाए। जिसके चलते 9 सितंबर को एग्जाम आयोजित हुए। स्वाभिक बात है कि इस बीच देश व प्रदेश के अन्य संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया जुलाई में ही पूरी हो गई और ज्यादातर छात्र वहां चले गए। उदाहरण के तौर पर महाकोशल और साइंस कॉलेज में सीटे फुल हो गई हैं, लेकिन आरडीयू हाथ मलता रह गया।
96 सीट के मुकाबले 87 छात्र आए
सोमवार को जब इंट्रेस देने आरडीयू के विक्रम सारा भाई सेंटर में महज 87 विद्यार्थी पहुंचे तो चर्चा का बाजार गर्म हो गया। दरअसल, बीएससी एग्रीकल्चर के लिए आरडीयू में 96 सीट निर्धारित हैं। जिसके मुकाबले इंट्रेस एग्जाम देने केवल 87 स्टूडेंट पहुंचे। इनमें से कितने प्रवेश में बदलेंगे अभी यह तय नहीं है। उल्लेखनीय है कि 2021 में आरडीयू में बीएससी एग्रीकल्चर 60 सीटों के साथ प्रारंभ हुआ था, जिसके बाद छात्रों की संख्या देखते हुए सीटें भी बढ़ाई गई थी, लेकिन अब 2024 आते-आते छात्रों की संख्या में जबरजस्त कमी आ गई है।