जलमग्न हुए पूल पुलिया
प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवियों ने संभाला मोर्चा
सोमवार शाम से जिले में हो रही लगातार बारिश से बैहर बिरसा क्षेत्र में जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है । भारी संख्या में मिट्टी के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं तो वही कई तलाब की मेड टूटी है। भारी नुकसान से बचाने के लिए प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि पूरी तरह अलर्ट है। कलेक्टर श्री मृणाल मीना ने एसडीएम और तहसीलदारों से उनके क्षेत्रो में हुई बारिश की समीक्षा की है। इसके बाद उन्होंने आने वाले समय में भी इसी तरह के आसार देखते हुए राजस्व के अलावा खाद्य, बिजली, जनपद, पुलिस और होमगार्ड को सतर्क रहने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय मे नागरिक सुरक्षा सबसे अहम है। इसलिए जिन पुल पुलियाओं पर पानी भर गया है। वहा से आवागमन बन्द करने को कहा। साथ ही उन्होंने जो पुल, पुलिया डूबे है या जिनके डूबने की संभावना है उन पर भी एक-एक कर्मचारियों को तैनात करने के लिए कहा है।साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर इमारतों/भवनों के भी गिरने की संभावना को देखते हुए ऐसे भवन चिन्हित कर परिवारों को शिफ्ट करने के निर्देश दिए है।
बारिश के कारण कई सड़क, पुल पुलीये क्षतिग्रस्त हुए हैं। स्थानीय लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों की मदद से उसे ठीक किया जा रहा है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
किंतु बारिश यदि यूं ही चलती रही तो स्थिति बिगड़ने के आसार भी नजर आ रहे हैं क्योंकि तालाब के क्षतिग्रस्त मेंड़ को नियंत्रित करना काफी मुश्किल हो जायेगा।
इस बारिश से किसानों की फसल को भी नुकसान हुआ है।
तो वहीं आदिवासी क्षेत्रों में मिट्टी के मकान भी भी भारी संख्या में क्षतिग्रस्त हुए हैं।
इस स्थिति में पंचायत कर्मियों के द्वारा वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों में रखा गया है।
इस आफत की बारिश में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों के द्वारा बारिश से प्रभावित हुए लोगों की हर संभव मदद की जा रही है।