एफआईआर से हटा भाजपा नेता का नाम, पुलिस कटघरे में
गोसलपुर में रेत खदान धंसने का मामला,ग्रामीण जन पहुंचे एसपी ऑफिस
जबलपुर। तीन माह पहले गोसलपुर थाना के कटरा रमखिरिया के पास अवैध रेत खदान धंसने से तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि तीन घायल हो गए थे। घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरु की। स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि भाजपा मंडल अध्यक्ष अंकित तिवारी अपने दो अन्य साथियों के साथ अवैध रेत खनन करवा रहे थे। ग्रामीणों के बयान पर गोसलपुर थाना पुलिस ने भाजपा नेता अंकित तिवारी और दो अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि जिस भाजपा नेता अंकित तिवारी का रेत खनन हादसे में नाम जोड़ा जा रहा है, वह उस दौरान ना ही मौके पर था और ना ही रेत खनन से उसका ताल्लुक है। लिहाजा पुलिस ने भाजपा नेता अंकित तिवारी के खिलाफ दर्ज एफआईआर से नाम हटा दिया था। इस मामले को लेकर बवाल मचना शुरू हो गया है।
-ग्रामीणों ने कहा,हमने दबाव में दिये बयान
कटरा रमखिरिया गांव के लोग गत दिवस एसपी ऑफिस पहुंचे और पुलिस अधिकारियों को बताया कि भाजपा नेता अंकित तिवारी के साथी बयान बदलने को लेकर दबाव बना रहे थे, इसलिए एसडीओपी के सामने जो बयान उन्होंने दिए हैं, वे सत्य नहीं हैं। ग्रामीणों ने पुलिस को कई तथ्य और प्रमाण भी दिखाए। पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच की जायेगी।
-संगठन वाले कर रहे फंसाने की साजिश
इधर
अंकित तिवारी ने कहा है कि उनके खिलाफ जो भी आरोप लग रहे हैं, वह निराधार हैं। राजनीति के चलते नाम को उछाला जा रहा है। भाजपा नेता अंकित तिवारी ने बिना नाम पार्टी के नेताओं पर साजिश करने के आरोप लगाते हुए कहा कि वे जल्द ही संगठन और सीएम को लिखित में शिकायत करेंगे।
-नहीं मिले साक्ष्य-एसडीओपी
एफआईआर से नाम हटाए जाने को लेकर एसडीओपी पारुल शर्मा का कहना है कि तीन माह पहले जिस अवैध रेत खदान के धसने से तीन लोगों की मौत हुई थी, उसकी जांच की गई तो अंकित तिवारी के खिलाफ साक्ष्य और प्रमाण नहीं मिले हैं। इसके साथ ही उनके मोबाइल लोकेशन भी ट्रेस की गई थी। ग्रामीणों के बयान भी लिए गए हैं। इसमें अंकित तिवारी का नाम न होने के कारण उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को निरस्त कर दिया गया है। कुछ दिन पहले एसपी ऑफिस पहुंचकर ग्रामीणों ने अंकित तिवारी के खिलाफ शिकायत की है, जिसकी जांच करवाई जा रही है।
-हादसे में गयीं थी तीन जानें
5 जून 2024 की दोपहर मुकेश, मुन्नी बाई और राजकुमार सहित कई लोग खदान से रेत निकाल रहे थे, तभी एक खदान धंसक गई। इस रेत खदान धसकने के मामले में अंकित तिवारी सहित सोनू भदौरिया और केसू ठाकुर के नाम भी आए थे, जो जमानत पर हैं। हादसे में मुकेश (35) पिता जगन खटीक, मुन्नी बाई (38) पति जगन बसोर, राजकुमार (29) पिता कैलाश खटीक की मौत हो गयी थी, जबकि
खुशबू (25) पति विनोद, सावित्री (35) पति अनु बसोर, चांदनी (20) पिता राजू बसोर घायल हो गए थे।