स्मार्ट क्लिक: समय 3:15 बजे दोपहर,बस स्टैंड के पीछे की सड़क
यहां हर ग्राहक की गाड़ी सड़क पर!
स्मार्ट क्लिक: समय 3:15 बजे दोपहर,बस स्टैंड के पीछे की सड़क
हर दिन तीन से चार बार लगता है जाम
दुकानदार कहते हैं गाड़ी यही खड़ी कर दो
जबलपुर:- हम तो गाड़ी बनवाने आए हैं। दुकानदार यहां के खुद कहते हैं गाड़ी यहीं पर खड़ी कर दो। अब आप ही बताइए आगे पीछे सब तरफ गाड़ियां खड़ी हैं हम कहां गाड़ी लगाए । यह कहना है बस स्टैंड के ठीक पीछे वाले मार्केट में दुकान पर आए एक ग्राहक का। हर रोज दिन में कई बार जाम लगना आम बात है। यहां पर जितनी भी सड़क के दोनों तरफ दुकान हैं इन दुकानों में आने वाले हर ग्राहक की गाड़ी सड़क पर ही पार्क होती है। फिर चाहे ट्रैफिक व्यवस्था कितनी भी बिगड़ जाए यहां कोई ना देखने वाला है ना कोई कार्यवाही करने वाला। और तो और यहां पर ना तो अतिक्रमण हटाने वाले आते हैं और ना ही ट्रैफिक पुलिस वाले कभी अपनी ड्यूटी यहां आकर करते हैं। जबकि इसके ठीक आगे की मुख्य सड़क पर ट्रैफिक पुलिस वाले दोपहर से रात तक तीन पत्ती के लेफ्ट टर्न पर खड़े होकर चालान काटने में व्यस्त रहते हैं।
मंगलवार की दोपहर 3:15 बजे इस सड़क का यह हाल था कि यहां पर घंटे भर तक जाम लगता -खुलता रहा। लेकिन यहां के किसी भी दुकानदार ने अपनी दुकान के सामने लगे वाहनों को ना तो हटवाने के लिए कोई प्रयास किया और ना ही यहां से निकालने वालों की तकलीफों और मुश्किलों को समझा। सब के सब मस्त थे अपनी दुकान चलाने में। फिर चाहे यहां पर जाम लगे या कुछ हो इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। यहां पर यह स्थिति कभी कभार की नहीं है, दिन में कई बार यहां इस तरह के नजरे देखने मिलते रहते हैं। परेशानी तो सिर्फ यहां आने वाले ग्राहकों की है और इस सड़क से निकालने वालों की।
चाहे जहां खड़ी होती हैं गाडियां इस सड़क पर चाहे जहां आप फोर व्हीलर वाहन खड़े देख सकते हैं। कोई भी यहां आकर कैसी भी गाड़ी खड़ी कर जाए ना तो गाड़ी लगाने वाले को समझा है और ना ही लगवाने वाले को बस यहां आए और गाड़ी सड़क पर ही पार कर दी फिर चाहे जाम लगे या कुछ भी हो इन्हें कोई कुछ नहीं बोलने वाला। और इसी तरह यहां पर ऐसे ही सालों से चला आ रहा है।
पैदल चलने भी नहीं रहती सड़क दोपहर से लेकर रात तक इस सड़क पर पैदल चलना भी बड़ा मुश्किल रहता है। लगभग 80 फीट की सड़क में कई बार 5 फीट की ही जगह मिलती है निकालने के लिए। सड़क के दोनों तरफ मार्केट होने के कारण दोनों ही तरफ की दुकानों पर आने वाले ग्राहकों की गाड़ियां और दुकानदारों के भी वहां बैतर- तीब खड़े नजर आते हैं। यह स्थिति जिम्मेदारों को नहीं दिखाई देती परेशानी तो सिर्फ यहां से निकालने वालों की है।