श्रीराम के चरित्र से मिलती है आदर्श जीवन जीने की सीख
अरणि मंथन से प्रगट हुई अग्नि, 351 घंटे लगातार दी जाएँगी आहुति
श्रीराम के चरित्र से मिलती है आदर्श जीवन जीने की सीख
अरणि मंथन से प्रगट हुई अग्नि, 351 घंटे लगातार दी जाएँगी आहुति
जबलपुर।
गौमाता के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए नर्मदा गौ कुंभ मेला ग्राउंड, गीताधाम गौरीघाट में आयोजित श्री अतिरुद्र समन्वय चंडी महायज्ञ में वैदिक मंत्रों के बीच अरणि मंथन से अग्नि प्रज्वलित हुई। इसके बाद आहुतियाँ प्रारंभ हुईं, जो लगातार 351 घंटे तक चलेंगी। वहीं गीताधाम में वैदिक विद्वानों के मंत्रोच्चार के बीच रुद्राभिषेक प्रारंभ हुआ, जो लगातार 351 घंटे चलेगा। इस अवसर पर श्री रामकथा का वर्णन करते हुए आचार्य कौशिक महाराज ने कहा िक श्रीराम से आदर्श जीवन की सीख मिलती है। हमें श्रीराम से भाई-भाई का, पिता-पुत्र का और शत्रु-मित्र का संबंध कैसा होना चाहिए पता चलता है।
पापों का होता है क्षय
कौशिक जी महाराज ने कहा िक तीर्थों में जाने से मनुष्य के ज्ञात-अज्ञात पापों का क्षय हो जाता है। इसलिए तीर्थों में सभी को जाना चाहिए, लेकिन भूलकर भी तीर्थों की मर्यादा नहीं तोड़नी चाहिए। जो तीर्थ की मर्यादा तोड़ते हैं उन्हें वज्र के समान पाप लगता है, जो काटे से भी नहीं कटता है। इसलिए जब भी तीर्थों में जाएँ तो केवल सेवा और सत्संग ही करें।
कैलाश पर्वत बना आकर्षण का केन्द्र
पं. रामदेव शास्त्री ने बताया िक यज्ञ के दौरान कैशाल पर्वत की अनुकृति बनाई गई है, जिसके दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुँच रहे हैं। इसके अलावा द्वादश ज्योतिर्लिंग भी मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। आरती पूजा कलेक्टर दीपक सक्सेना, एस पी आदित्य प्रताप सिंह के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने की।
व्यास पीठ पूजन पंडित रामदेव शास्त्री, श्याम साहनी,मुन्ना पांडे,रामजी अग्रवाल, शरद काबरा,ब्रजेश शर्मा, आचार्य राममोहन, सत्यम त्रिपाठी अंकित शर्मा शिवम शर्मा राकेश व्दिवेदी आशीष पाराशर रामनरेश द्विवेदी आचार्य मुकुंद शास्त्री ने किया। श्रीराम कथा में श्रृद्धालुओं की उपस्थिति रही।
श्रीराम कथा में आज दोपहर 2 बजे से श्री कौशिक जी महाराज कथा का वाचन करेंगे। अति रुद्र समन्वय चंडी महायज्ञ में 351 घंटे अनवरत आहुतियां होगी।