कांचघर दशहरा चल समारोह 13 अक्टूबर दिन रविवार को धूम धाम से निकलेगा ,सभी धर्म प्रिय, प्रबुद्ध जानो से उपस्थिति की अपील ।
भारतीय परंपरा का प्रतीक दशहरा पर्व जबलपुर का देश प्रदेश में अपनी अलग पहचान को दर्शाता है
जबलपुर । भारतीय परंपरा का प्रतीक दशहरा पर्व जबलपुर का देश प्रदेश में अपनी अलग पहचान को दर्शाता है अपनी आलौकिक परंपरा को दर्शाता ये पर्व जबलपुर की शान हैकांचघर दशहरा चल समारोह अपनी गरिमामय 37वा वर्ष में प्रारंभ होने जा रहा है जो की जी सी एफ स्टेट राम मंदिर से प्रारंभ होगा। इस वर्ष चल समारोह में 15 प्रतिमाओं के साथ विभिन्न प्रकार की झांकियां सम्मिलित रहेगी जो आकर्षण का केंद्र होगी, आगे दुल दुल घोड़ी, छोटी छोटी कन्याओं द्वारा डांडिया एवं शेर नृत्य गिरिजाशंकर रामलीला समिति द्वारा राम – रावण के युद्ध संवाद का सजीव चित्रण करते चल समारोह में शामिल रहेंगे, चल समारोह 13 अक्टूबर को सायकाल 7 बजे जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में प्रारंभ होकर चुंगी चौकी, कांचघर चौक, शीतलामाईं मंदिर, रामलीला मैदान बाई का बगीचा होते हुए घमापुर में समापन होगा,। आतिशबाजी का प्रदर्शन संगीत वाद्य यंत्रों की प्रस्तुति के साथ-साथ लेजर लाइट शो द्वारा मां का वंदन एवं ढोल धमाकों बैंड की धुन के साथ माता की गुण प्रस्तुति की जावेगी समिति के अध्यक्ष अशोक रोहतास एवं कार्यवाहक अध्यक्ष मुन्ना ठाकुर ने बताया है कि जबलपुर में कांचघर का दशहरा संपूर्ण महाकौशल की एक अपनी अलग पहचान रखता है लाख लाख श्रद्धालु इस आयोजन की साक्षी रहती है अपने पुण्यलाभ प्राप्त करती है, आयोजक सरमन रजक ने बताया है कि अपनी परंपरा और धार्मिक आस्था के इस आयोजन को इतिहास बनाने की कोशिश करेंगे।
मां दुर्गा काली की प्रतिमा के अलावा अन्य झांकियां एवं समाज कल्याण व जागृति की झांकियां की प्रस्तुति की जावेगी जबलपुर के सभी धर्म प्रिय माता बहनों प्रभुत्व जनों से ,समिति के आयोजन सरमन रजक, डॉ रमाकांत रावत ,एडवोकेट सुधीर शर्मा, एडवोकेट जीएस ठाकुर ,अध्यक्ष अशोक रोहिताश ,कार्यवाहक अध्यक्ष मुन्ना ठाकुर ,कल्लंन् गुप्ता ,राजेश मंझार ,संजू भोजक,अतुल गुप्ता, दीपक ठाकुर ,संतोष शर्मा ,राजेंद्र केवट ,भारत मंगलानी, मुकुल यादव, राजू उपाध्याय राजेश कोल,गोपी प्रजापति ,परीक्षित भाई ,शेरू भाई,कल्लू बाबा, गगन प्रजापति, विजय चोहटेल ने की है।