जबलपुर में सम्भव होगा वन्यजीवों का बेहतर इलाज

जबलपुर में वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू सेंटर की रूपरेखा तैयार की जा रही है

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जबलपुर में सम्भव होगा वन्यजीवों का बेहतर इलाज

तैयार की जा रही वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू की रूपरेखा, वन विभाग और वेटरनरी विवि संयुक्त रूप से आगे आये

किसी भी तरह से घायल होने के बाद वन्यजीवों को बेहतर इलाज प्रदान करने के लिए जबलपुर में वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू सेंटर की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसके लिए वन विभाग और वेटरनरी विवि संयुक्त रूप से आगे आये हैं।जल्दी ही सेंटर से जुड़ी तैयारियां जमीन पर दिखाई देंगी। मूलतः वन्य जीवों के संरक्षण’ और रेस्वयू के लिए ये वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू सेंटर स्थापित किया जा रहा है।
-विशेषज्ञ करेंगे डीपीआर तैयार
केंद्र की स्थापना के लिए वन विभाग और वेटरनरी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञो की संयुक्त टीम द्वारा डीपीआर बनाई जाएगी। ये सेंटर अत्याधुनिक होगा और सभी तरह की सुविधाओं से लैस होगा। इसमें भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखा जाएगा। यह सेंटर पर्यटन सुरक्षा
में भी अहम भूमिका निभाएगा।

-बेहतर देखभाल हो सकेगी
नए सेंटर के जरिए न केवल जबलपुर,बल्कि महाकोशल के वन्यजीवों की बेहतर देखभाल हो सकेगी।
तेंदुआ, सियार, लोमड़ी, वाइल्ड बोर, लकडबग्घा हिरण, बारहसिंघा, चीतल और भालू वन्यजीवों की बेहतर देखभाल हो सकेगी। सेंटर के अत्याधुनिक होने से स्थिति में बदलाव आएगा। दोनों विभागों के साथ बैठक के बाद प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।

वर्जन
तेजी से काम करेंगे
इस दिशा में बहुत तेजी से काम किया जाएगा ताकि वन्यजीवों के लिये कुछ बेहतर किया जा सके। विशेषज्ञों की टीम जमीन की ललाश करेगी,फिर डीपीआर तैयार करेंगे।
ऋषि मिश्रा, वन मंडल अधिकारी

महाकोशल क्षत्र के जंगली जानवरों के लिए एक सुरक्षित स्थान मिलेगा। विशेषज्ों के अनुसार सेंटर का निर्माण होने से जबलपुर की पहचान वन्य जीवों की हो वन विभाग द्वारा रेसक्यू सेंटर एक प्रमुख वन्यजीव संरक्षण केंद्र के की स्थापना क लिए स मंजूरी रूप में होगी । कई वन्यजीव एक्सपर्ट सकेगी देखभाल प्रदान कर दी गई है। डीपीआर और डॉक्टसं शहर में आएगे। इस बनाने की तैयारी की जा रही है। पहल से जबलपुर में पर्यटन को भी जबलपुर व महाकोशल का क्षेत्र ऋषि मि्रा, वन मंडल अधिकारी

बढ़ावा मिलेगा। वन्यजीवों से भरपूर है।यहां वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू सेंटर डीपीआर को लेकर भविष्य की जरूरतों और सेंटर की स्थापना के लिए डीपीआर काफी है। कई बार इन जानवरों आवश्यकतओं के आधार पर रिपोर्ट तैयार करने की तैयारी की जा रही. को घायल या बीमार होने पर … तैयार की जाएगी। है। इसके लिए वन विभाग’और “. इलाज नहीं मिल पाता है। डॉ.रामकिंकर मित्र. वाइल्ड लाइफ विशेोषडां कीकमेटी सहायक कुलसचिव वीयू बनाई गई है। डीपीआर रिपोर्ट में केंद्र की आवशयकताओं सुविधाओं, सेंटर के लिए अनुकूल जगह की तलाश ‘कर्मचारियों की संख्या आर अन्य जानकारों के अनुसार शहर से करीब 25, किलोमीटर दूर सरसवाही क्षेत्र में करीब 360 एकड़ जमीन है। इसमें संसाधनों की जानकारी समाहित की .पहाड़ी सहित पानी का प्राकृतिक सोर्स,पेड पौधे, जंगल आदि हैं। विशेष्ों के अनुसार यह जमीन रेस्क्यू सेंटर के जाएगी। लिए उपयुक्त होगी। विशेषज्ञं का दल जल्द ही इस लैंड का निरीक्षिण कर निर्णय लेगा।

 

 

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