गजब सेटिंग है…दोपहर को हटा दिया, शाम को फिर जमा दिया
कौन यकीन करेगा कि बीते 24 घंटों के दौरान सिविक सेंटर के अतिक्रमणकारियों पर नगर निगम ने कार्रवाई भी कर दी और फिर उन्हें फिर से कब्जा करने की परमीशन भी
गजब सेटिंग है…दोपहर को हटा दिया, शाम को फिर जमा दिया
सिविक सेंटर में सामने आया नगर निगम अमले का दोहरा चरित्र,कार्रवाई के नाम पर किया ड्रामा, पब्लिक में आक्रोश,अग्निबाण की खबर का हुआ था असर
जबलपुर। कौन यकीन करेगा कि बीते 24 घंटों के दौरान सिविक सेंटर के अतिक्रमणकारियों पर नगर निगम ने कार्रवाई भी कर दी और फिर उन्हें फिर से कब्जा करने की परमीशन भी
दे दी। लेकिन ये बिल्कुल सच है। गुरुवार को अग्निबाण की टीम ने सिविक सेंटर की गंदगी और अतिक्रमण के दंश को लेकर समाचार प्रकाशित किया। शाम के पहले नगर निगम के अमले ने कार्रवाई शुरु कर दी और अतिक्रमणकारियों को हांक दिया,लेकिन शाम ढलने के बाद ये चाट-फुल्की वाले यथास्थान पर काबिज हो गये।
-आला अफसरों तक जाती है वसूली
नगर निगम के अमले की ऐसी क्या मजबूरी है,जो हटाने के तुरंत बाद अतिक्रमणकारियों को उसी जगह पर जमने का मौका दे। लेकिन ऐसा करना पड़ता है,क्योंकि इन अतिक्रमणकारियों से मोटी वसूली अमले को प्राप्त होती है और अमले के अनुसार, इसका एक हिस्सा आला अफसरों तक पहुंचाना पड़ता है।
—————-
—इसमें विजयनगर वाली फोटो लगाएं
-इधर, छुटभैया नेता अमले से आगे
ऐसा ही कुछ मामला विजयनगर इलाके का है। यहां एक पार्टी विशेष के छुटभैये नेता नगर निगम के अमले को कार्रवाई करने से रोकते हैं और अतिक्रमण कर दुकान वालों से वसूली डकार रहे हैं। इनकी शिकायत कई बार की जा चुकी है,लेकिन आज तक इन पर कार्रवाई नहीं हो सकी है। नेताओं के इन गुर्गों की मनमानी की कीमत विजयनगर, एकता चौक, उखरी चौक और इनसे जुड़े क्षेत्रों की जनता को भुगतना पड़ रहा है। दिन में कई बार इन क्षेत्रों में जाम लगता है और जनता कराह उठती है,लेकिन अतिक्रमण कर दुकान लगाने वालों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
-हो चुकी है बहसाबहसी
बताया गया है कि वसूली को लेकर नगर निगम के अमले और छुटभैयों के बीच कई बार बहसाबहसी भी हो चुकी है और ये लड़ाई आज तक कायम है। दुकानदारों से नगर निगम का अमला कुछ कहता है तो वे नेता का नाम बता देते हैं,उधर बड़े नेता की सरपरस्ती के कारण नगर निगम के अधिकारी भी बेबस नजर आ रहे हैं।