आप कह रहे विकास कार्य हो रहे सच ये है ठेकेदार भुगतान को रो रहे
नगर निगम की साधारण सभा की बैठक शुक्रवार को भी हंगामाखेज रही
आप कह रहे विकास कार्य हो रहे
सच ये है ठेकेदार भुगतान को रो रहे
हंगामाखेज रही नगर निगम की साधारण सभा की बैठक,विपक्ष का आरोप, बिना कमीशन ननि में कुछ नहीं होता,डेवलपमेंट के आंकड़ों को करार दिया कागजी
जबलपुर। नगर निगम की साधारण सभा की बैठक शुक्रवार को भी हंगामाखेज रही। सबसे ज्यादा शोर कमीशन के मुद्दे पर हुआ। एक तरफ सत्ता पक्ष ने अपने विकास के कामकाज गिनाए तो वहीं विपक्ष ने सारे आंकड़ों को खाजिर करते हुये कहा कि नगर निगम के ठेकेदार बिना भुगतान के रो रहे हैं और कमीशन के बगैर निगम में कोई काम नहीं होता। विपक्ष ने कहा कि 10 प्रतिशत से लेकर 40 प्रतिशत तक कमीशन मांगा जा रहा है,जो नहीं दे रहे, उनके बिल पास नहीं हो रहे। ठेकेदारों की इस दुदर्शा के कारण ही शहर का विकास ठप पड़ गया है।
-शुरुआत में शांति कायम रही
बैठक की शुरुआत बेहद शांतिपूर्वक हुई। महापौर जगत बहादुर सिंह ने जैसे ही ठेकेदारों के भुगतान का दावा किया वैसे ही विपक्ष उबल गया।
नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने आरोप लगाया कि ठेकेदारों को भुगतान में देरी के पीछे कमीशन की मांग जिम्मेदार है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर जमकर नारेबाजी की और गैर गुणवत्ता पूर्ण हो रहे कार्यों की भी बात उठाई।
-फिर महापौर ने पेश किये आंकड़े
महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि अब तक 371 करोड़ रुपए के विकास कार्य पूरे हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस साल पीडब्ल्यूडी के तहत 85 करोड़ का भुगतान हो चुका है। सिर्फ 22 करोड़ रुपए का भुगतान शेष है। लीज प्रकरणों के निराकरण की गति तेज की गयी है। निगम पेंशनर्स को 42 की जगह 46 प्रतिशत महंगाई राहत एवं निगम कर्मियों को 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने का प्रस्ताव पारित किया गया है। महापौर ने जोर देकर कहा कि विकास कार्य रुकने के विपक्ष के आरोप बेबुनियाद हैं। महापौर द्वारा पेश इन आंकड़ों को विपक्ष ने कागजी करार दिया।
– जनता को गुमराह कर रहे महापौर:आरोप
कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि नगर निगम अधिकारी और महापौर जनता को गुमराह कर रहे हैं। समस्याएं यथावत हैं,लेकिन श्रेय ऐसे लिया जा रहा है,जैसे सब कुछ ठीक हो चुका हो।
कांग्रेस पार्षदों ने बताया कि लेमा गार्डन टंकी क्षेत्र में पानी की समस्या हल करने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ। पार्षद वकील अंसारी ने अपने वार्ड में अव्यवस्थित नालों और महिलाओं के लिए सार्वजनिक शौचालय की कमी को लेकर धरना दिया। उन्होंने कहा कि बस्ती की महिलाएं अब भी खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। पार्षद कमलेश अग्रवाल और महेश राजपूत ने धरने पर बैठे पार्षदों मनाया। वहीं, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद वार्ड की पार्षद अदिति अतुल बाजपेयी ने पं. आदित्य नारायण बाजपेयी वाचनालय और सामुदायिक भवन के पुनर्निर्माण का मुद्दा नगर निगम में उठाया। उन्होंने कहा कि जर्जर हालत के कारण अगस्त में भवन को गिरा दिया गया था, और अधिकारियों ने इसे शीघ्र बनाने का आश्वासन दिया था। लेकिन कई आवेदन के बावजूद अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। यह भवन स्थानीय लोगों के लिए बेहद उपयोगी है और इसे जल्द से जल्द बनवाने की आवश्यकता है।