राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर का हुआ शुभारंभ
जिला अस्पताल में क्षेत्रीय विधायक माननीय डॉ अभिलाष पाण्डेय जी ने किया शुभारंभ
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर का हुआ शुभारंभ
जिला अस्पताल में क्षेत्रीय विधायक माननीय डॉ अभिलाष पाण्डेय जी ने किया शुभारंभ
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने के लिए 7 दिसंबर 2024 से 25 मार्च 2025 तक “100 दिवसीय निक्षय शिविर” आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य टीबी उन्मूलन के प्रयासों को और अधिक गति देना और जन-जागरूकता को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अभियान का वर्चुअल शुभारंभ किया। जबलपुर में जिला स्तरीय शुभारंभ कार्यक्रम सेठ गोविंददास जिला अस्पताल में उत्तर-मध्य क्षेत्र विधायक माननीय डॉ अभिलाष पाण्डेय जी के करकमलों द्वारा विधिवत दीप प्रज्वलित कर किया गया। शुभारंभ कार्यक्रम में विधायक माननीय डॉ अभिलाष पाण्डेय जी ने उपस्थित सभी अधिकारियों, अस्पताल स्टाफ एवं जन समुदाय को टीबी मुक्त भारत के लिए शपथ भी दिलवायी और सभी से इस अभियान में सहयोग करने की अपील की। माननीय विधायक जी ने मंच से कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में जितने भी टीवी रोगी होंगे उनके निश्चय मित्र बनने और उनके पोषण स्तर में सुधार हेतु फूड बास्केट का वितरण मैं स्वयं करुँगा तथा साथ ही दूसरे लोगों को भी प्रोत्साहित करूँगा ।
जिला स्तरीय शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ मनीष कुमार मिश्रा, वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ रत्नेश कुररिया, जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ संतोष सिंह ठाकुर, अर्बन नोडल अधिकारी डॉ एस एस दाहिया, जिला मलेरिया अधिकारी अजय कुरील, डीपीएम विजय पाण्डेय, रवि शंकर कोस्टा, सुनील शर्मा, सीमांत ढिमोले सहित समस्त अस्पताल स्टाफ उपस्थित रहा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा ने कहा कि इस शिविर का उद्देश्य उच्च जोखिम वाले मरीजों की स्क्रीनिंग, जांच, और उचित उपचार प्रदान करना है। इस अभियान के अंतर्गत समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिर (उपस्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी/ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र, और मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक) के माध्यम से उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों और टी.बी. के मरीजों की स्क्रीनिंग एवं जांच की जाएगी।
100 दिवसीय नि-क्षय शिविर के तहत विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों और जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रमुख रूप से मधुमेह पीड़ित, कुपोषित, धूम्रपान करने वाले, शराब सेवन करने वाले, पूर्व टीबी मरीज, संपर्क व्यक्ति और एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों की जानकारी जुटाई जाएगी। शिविरों का आयोजन प्रमुख सार्वजनिक स्थानों जैसे रेलवे और बस स्टेशनों, सामूहिक स्थानों, छात्रावास, आयुष्मान आरोग्य मंदिर (AAM), और स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों पर किया जाएगा। नि-क्षय शिविरों का आयोजन कारखानों, उद्योगों, ईंट भट्टों, निर्माण स्थलों, पत्थर क्रशरों और अन्य ऐसे कार्यस्थलों पर भी किया जाएगा, ताकि श्रमिक वर्ग और अन्य संवेदनशील वर्गों तक इस अभियान का लाभ पहुँच सके।
पंचायत संस्थाओं, शहरी स्थानीय निकायों, स्वसहायता समूहों, जन आरोग्य समिति, महिला आरोग्य समिति, और ग्राम स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता समिति के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा की जानकारी दी ।
नए निक्षय मित्रों और टीबी चैंपियंस/विजेताओं की पहचान की जाएगी, ताकि उनकी सहभागिता से अभियान को और गति दी जा सके। त्योहारों और मेलों के दौरान धार्मिक गुरुओं के माध्यम से जागरूकता संदेश प्रसारित किए जाएंगे, और स्कूलों और कॉलेजों में कला और सांस्कृतिक गतिविधियाँ, रैलियाँ आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा, टीबी शपथ के आयोजन, स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य सरकारी विभागों में “नि-क्षय सप्ताह” के आयोजन के तहत जागरूकता सत्र, निक्षय शिविर, प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी। आभार सिविल सर्जन डॉ मनीष मिश्रा द्वारा किया गया ।