जब चाबी मिलेगी तब खुलेगा स्मार्ट टॉयलेट का ताला!

अतिक्रमण की चपेट में ढका रहता है, लोगों को होती है परेशानी

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जब चाबी मिलेगी तब खुलेगा स्मार्ट टॉयलेट का ताला!
अतिक्रमण की चपेट में ढका रहता है, लोगों को होती है परेशानी
जबलपुर– सिविक सेंटर के गार्डन में स्थित स्मार्ट टॉयलेट में ताला लगा है। निगम के अधिकारी खुद नहीं चाहते की खुल जाए और जनता को इस सुविधा का लाभ मिले। लोगों ने जब इस संबंध में अधिकारियों से शिकायत की तो उनका कहना है कि जब चाबी मिलेगी तब स्मार्ट टॉयलेट का ताला खुल जाएगा। दोपहर से लेकर रात तक यह स्मार्ट टॉयलेट अतिक्रमण की चपेट में ढका रहता है लेकिन अधिकारियों को आखिर यह सब क्यों नहीं दिखता। लोगों का कहना है कि जब ताला ही लगाना था तो बनाया ही क्यों।

पिछले तीन-चार दिनों से सिविक सेंटर में लगातार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई निगम का हमला करता आ रहा है। लेकिन इस कार्रवाई का असर अतिक्रमण करने वालों पर अभी भी बिल्कुल नहीं दिखाई दे रहा है। दोपहर में कार्रवाई होती है और शाम को फिर अतिक्रमण वहीं के वहीं जम रहे हैं जो की देर रात तक आवाद रहते हैं। आखिर कोई ठोस कार्रवाई करने की वजह निगम का इतना बड़ा हमला क्यों पीछे हट रहा है। रोज शाम होते ही उनका फिर से सड़क पर फुटपाथ पर जमावड़ा शुरू हो जाता है। सुपरमार्केट, गंजीपुरा, लार्ड गंज, बड़ा फुहारा, आदि क्षेत्रों में भी यही हाल है।
कहां जाएं टॉयलेट बंद है सिविक सेंटर में जन सुविधा केंद्र में ताला लगा होने के कारण लोगों को बड़ी सुविधा होती है। यहां आने वाले इधर-उधर देखते रहते हैं कि इतने बड़े क्षेत्र में जन सुविधा केंद्र नहीं है और जो है तो उसे पर भी ताला लगा है। यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि आखिर जब यह सुविधा लोगों के लिए है तो इसमें ताला क्यों लगा रखा है। लोगों को कहना है कि आखिर इस जन सुविधा केंद्र में ताला क्यों लगा के रखा है। अगर यह जनता के उपयोग के लिए खोल दिया जाए तो इसके आसपास अतिक्रमण नहीं होगा लेकिन अधिकारी ही नहीं चाहते कि इसका लाभ जनता को मिले।
ढका रहता है सुविधा घर- चार्ट फुलकी के ठेले टप्पे वालों के कारण और चाय वालों के कारण यह जन सुविधा केंद्र पूरी तरह बीच सिविक सेंटर में होने के बाद भी ढका रहता है यह भी इन अधिकारियों को नहीं दिखाई देता। जब जब यहां पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होती है तब इस जन सुविधा केंद्र के दर्शन लोगों को होते हैं। लेकिन फिर भी वह इसका उपयोग नहीं कर सकते क्योंकि इसमें ताला लगा हुआ है। स्थानी लोगों ने बताया कि कई बार इस संबंध में जाकर निगम के अधिकारियों से बात की और बतलाया गया तो वह कहते हैं चाबी ही नहीं मिल रही है। जब चाबी मिल जाएगी तब ताला खुल जाएगा।

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