सीईओ से प्रताड़ित हैं कर्मचारी, आक्रोश
सीईओ से प्रताड़ित हैं कर्मचारी, आक्रोश
जिला पंचायत के प्रभारी सीईओ के खिलाफ प्रदर्शन,अबाक्स संगठन ने मनमानी करने का लगाया आरोप
जबलपुर। घंटाघर क्षेत्र में आदिवासी बहुजन कल्याण संघ ने जिला पंचायत सीईओ की कार्यशैली के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान संघ ने तहसीलदार को कलेक्टर के नाम एक मांग पत्र सौंपा।
संगठन के नेता देवेश चौधरी ने आरोप लगाया कि जबलपुर जिला पंचायत में पूर्णकालिक सीईओ की अनुपस्थिति में प्रभारी सीईओ अपनी हठधर्मिता और मनमानी से आरक्षित वर्ग के कर्मचारियों के जायज मामलों का समाधान करने के बजाय उन्हें परेशान कर रहे हैं।
-सरकार के आदेश की उड़ा रहे धज्जियां
आरोप लगाया गया कि जिला पंचायत में प्रतिनियुक्त लेखाधिकारी साकेत जैन, प्रभारी सीईओ को गुमराह कर पूरे जिला पंचायत में असंतोष का माहौल बना रहे हैं। मैदानी स्तर के पीसीओ, एडीईओ और सचिव इनकी कार्यप्रणाली से त्रस्त हैं। पनागर जनपद के दो पीसीओ के तृतीय समयमान वेतनमान को गोपनीय चरित्रावली (सीआर) के आधार पर लंबित रखा गया है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। जबकि मध्यप्रदेश शासन के आदेश (दिनांक 24 जनवरी 2008) के मुताबिक तृतीय समयमान वेतनमान के लिए सीआर की आवश्यकता नहीं है।
–वरना अनिश्चितकालीन धरना होगा
संगठन की ओर से कहा गया कि प्रशासन को 8 दिन का समय दिया जा रहा है। यदि इस अवधि में हमारी जायज मांगों का समाधान नहीं हुआ तो हम उग्र आंदोलन के साथ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे।
वहीं ज्ञापन लेने पहुंचे तहसीलदार जय सिंह धुर्वे ने कहा कि संगठन की जो भी मांगे हैं, उनको कलेक्टर के समक्ष रखेंगे।