सायबर क्राईम विषय पर कार्यशाला का समापन
श्री राम इंजिनियरिंग कालेज में एक दिवसीय आयोजन
सायबर क्राईम विषय पर कार्यशाला का समापन
श्री राम इंजिनियरिंग कालेज में एक दिवसीय आयोजन
जबलपुर। श्री राम इंजीनियरिंग कॉलेज एंव जबलपुर पुलिस के संयुक्त तत्वावधान मे ‘सायबर क्राईम’ विषय पर कॉलेज के ऑडीटोरियम हॉल में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता आनंद कलादकी-आईपीएस, एडीशनल एसपी विपिन ताम्रकार, थाना प्रभारी माढ़ोताल रहे। साथ ही श्री राम कॉलेज के ग्रुप डायरेक्टर डॉ. एलके पटेल, डायरेक्टर वायएम दुबे एवं प्राचार्य डॉ. शैलेष गुप्ता के विशेष मार्गदर्शन मे कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में श्री कलादकी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि साइबर अपराध एक सामान्य शब्द है, जो कंप्यूटर नेटवर्क या डिजिटल उपकरणों के किसी अन्य सेट का उपयोग करके की जाने वाली असंख्य आपराधिक गतिविधियों का वर्णन करता है। साइबर अपराध को साइबर अपराधियों द्वारा की जाने वाली अवैध गतिविधियों की विशाल श्रृंखला के अंतर्गत माना जाता है। इनमें हैकिंग, फिशिंग, पहचान की चोरी, रेनसमवेयर और मेलवेयर हमले सहित कई अन्य शामिल हैं। साइबर अपराध की पहुंच कोई भौतिक सीमा नहीं जानती। अपराधी, पीड़ित और तकनीकी अवसंरचना दुनियाभर में फैली हुई है। व्यक्तिगत और उद्यम स्तर पर सुरक्षा कमजोरियों का फायदा उठाने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग के साथ, साइबर अपराध कई रूप लेता है और लगातार विकसित होता रहता है। बदले में साइबर अपराधों की प्रभावी जांच, मुकदमा चलाने और उन्हें रोकने की क्षमता, कई गतिशील चुनौतियों के साथ एक सतत् लड़ाई है, के साथ अन्य विषयों पर भी छात्रों को अपना मार्गदर्शन प्रदान किया।
श्री ताम्रकार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि “साइबर अपराध” व्यक्तियों, व्यवसायों और सरकारी संस्थाओं के लिए एक गंभीर खतरा है और इसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण वित्तीय नुकसान, प्रतिष्ठा को नुकसान और रिकॉर्ड से समझौता हो सकता है। जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ती है और अधिक से अधिक लोग मानक संचालन के लिए डिजिटल उपकरणों और नेटवर्क पर निर्भर होते हैं। साइबर अपराध का खतरा बढ़ता जा रहा है, जिससे इससे बचाव के लिए कदम उठाना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रदीप दुबे ने किया। इस अवसर पर संगोष्ठी का आभार प्रदर्शन डॉ. वायएम दुबे ने किया। कार्यशाला कॉलेज के चेयरमेन राजुल करसोलिया, रामेन्द्र करसोलिया, सोनम करसोलिया, प्रो. विवेक राजपूत, प्रो. महेन्द्र राय, प्रो. ब्रजेश पटैल, प्रो. परीक्षित बाजपई, प्रो. दिव्यांशु राव, डॉ. भरत सोलंकी, डॉ. अतुल दुबे, प्रो. प्रतीक गुप्ता, प्रो. नितिन शुक्ला के साथ मे बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।