एक फोन कॉल…और सटोरिये की खुदकशी
कॉल डिटेल पर टिकी पुलिस की नजर, सबसे पहले पत्नी ने देखा, पीएम रिपोर्ट का भी इंतजार
जबलपुर। सट्टे के कारोबार में डूबे विवेक खत्री की मौत (VIVEK KHATRI SUCIDE) की जांच की परतें अभी पूरी तरह से नहीं खुली हैं। पुलिस (POLICE) सूत्रों के अनुसार, खत्री को खुदकशी के पहले एक फोन कॉल आया था। कॉल रिकॉर्ड खंगालने के बाद और तथ्य उजागर होंगे। ज्ञातव्य है कि जबलपुर(JABALPUR) में 35 वर्षीय सटोरिये ने शनिवार की रात आत्महत्या कर ली। पुलिस जांच में जुटी हुई है।
नहीं मिला सुसाइड नोट
फांसी पर झूले विवेक को परिजन इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे,जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक रेस्टोरेंट संचालक था,सट्टे का बड़ा नेटवर्क भी था। ओमती थाना पुलिस ने शव का पंचनामा कर पीएम के लिए मेडिकल कालेज भेज दिया है। रविवार को विवेक खत्री का पीएम होगा। मौके से किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस का कहना है कि विवेक ने फांसी लगाकर आत्महत्या क्यों की इसकी जांच की जा रही है।
-अकेला था घर में
घटना के समय विवेक घर पर अकेला था। कुछ देर बाद परिजन जब घर पहुंचे तो देखा कि विवेक फांसी पर लटका हुआ था। परिवार वालों ने तुरंत ही उसे फांसी से उतारा और इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर आए, जहां डाक्टर ने जांच के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि विवेक ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया है,इसका उन्हें कुछ भी पता नहीं है। पुलिस ने विवेक का मोबाइल जब्त कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या करने की वजह की जानकारी मृतक के मोबाइल से मिल सकती है।
विवेक बराट रोड स्थित फ्लैट पर रहा करते थे। शनिवार की रात को विवेक की पत्नी अपने मायके सदर गई थी। रात को जब लौटकर वापस आई तो देखा कि घर का दरवाजा खुला हुआ था। अंदर जाकर देखा तो विवेक फांसी पर लटका हुआ था। मृतक की पत्नी ने तुरंत ही परिजनों की सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचे परिवार वालों ने विवेक को फांसी से उतारा और इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए। विवेक का रसल चौक के पास एक रेस्टोरेंट भी है, इसके अलावा वह सट्टा का बड़ा कारोबारी है। जबलपुर में विवेक को सट्टा किंग के नाम से भी जाना जाता है। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पीएम के लिए मेडिकल कालेज भेज आत्महत्या की वजह जानने में जुट गई है।