आतंरिक शक्तियों के जागरण से तीनों ही तरह के स्वास्थ्य का संतुलन संभव

आध्यात्मिक बौधिकता से तार्किक और भावनात्मक बौधिकता का विकास संभव

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जबलपुर के कई प्रतिष्ठित चिकित्सको से शोभायमान हुआ शिव स्मृति भवन का सभागार

 

डॉक्टर्स को समाज में भगवान के दूसरा रूप माना जाता है | प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी चिकित्सक दिवस के उपलक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय शिव स्मृति भवन के सभागार में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया | जिसमे समाज के उस महत्पूर्ण भाग जो की समाज में निरंतर अपने कार्यो से समाज में स्वास्थ्य सेवाओं से जुडा हुआ है उन स्वास्थ्य नायकों का सम्मान किया गया |
इस वर्ष की चिकित्सक दिवस की वार्षिक थीम हीलिंग हैंड्स एंड केयरिंग हार्ट रही | इस उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम का संस्कारधानी जबलपुर के विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञो ने दीप प्रज्वलन कर शुभारम्भ किया |जिसमे डॉ संजय मिश्रा ( क्षेत्रिय संचालक स्वास्थ्य सेवा विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जबलपुर),डॉ.जे.पी. गौर सीनियर सर्जन,डॉ.दीपक साहू ,अभिजित विश्नोई (आई एम् ए प्रसीडेंट जबलपुर एवं आई सर्जन) , डॉ अखिलेश गुमास्ता अस्थि रोग विशेषज्ञ , डॉ हेमलता रिटायर्ड आई सर्जन विक्टोरिया , डॉ मनीष मिश्रा सिविल सर्जन विक्टोरिया ,डॉ नीरज सेठी पैथोलोजिस्ट ,डॉ जीतेन्द्र गुप्ता (अधीक्षक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ) , डॉ संगीता श्रीवास्तव स्त्री रोग विशेषज्ञ ,निशा साहू स्त्री रोग विशेषज्ञ,डॉ लाखन वैश्य , डॉ सी बी अरोरा शिशु रोग विशेषज्ञ ,डॉ संतोष रोशन ,डॉ नमिता तिवारी स्त्री रोग विशेषज्ञ,डॉ आशीष तिवारी उपस्थित रहे | साथी जबलपुर के और भी प्रतिष्ठित चिकित्सको से शिव स्मृति भवन का सभागार आलोकित रहा | जिसमे चिकित्सको ने पने अनुभव साझा किये |

जिसमे सभी चिकित्सको ने समाज में चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा की तीन प्रकार के स्वास्थ्य होते है पहला शारीरिक ,दूसरा मानसिक और आध्यत्मिक ये तीनो ही स्वास्थ्य मरीजो के साथ चिकित्सकों के लिए भी आवश्यक है | सभी चिकित्सकों ने ब्रह्मा कुमारीज के अतुलनीय प्रयासों की सराहना करते हुए कहा की यहाँ पर सिखाया जाने वाला राजयोगा मैडिटेशन वास्तव में ईश्वरीय शक्तियों की अनुभूति कराता है | जो ना केवल मरीजों को वरन चिकित्सकों के लिए भी जीवन उपयोगी है एवं तीनों तरह के स्वास्थ्य का केंद्र बिंदु है | आध्यात्मिक रूप से सशक्त व्यक्ति ही समाज में सकारात्मकता ला सकता है |
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही ब्रह्मा कुमारी भावना दीदी जी कहा की राजयोग का नियमित अभ्यास आपको एक नई आध्यात्मिक उर्जा से भरपूर करता है जो आपको विषम परिस्थितियों मे भी सकारत्मक रखता है | हमारी आध्यात्मिक बौधिकता के विकास से तार्किक और भावनात्मक बौधिकता का विकास सहज संभव हो जाता है जो की चिकित्सको के लिए बहुत ही आवश्यक है |
ब्रह्मा कुमारी परिवार के द्वारा सभी स्वास्थ्य नायकों का श्री फल ,शाल एवं ईश्वरीय सौगात से सम्मान किया गया | मंच का कुशल संचालन भ्राता डॉ श्याम जी रावत (कैंसर रोग विशेषज्ञ ,मेडिकल कॉलेज ) एवं आभार प्रदर्शन डॉ एस के पांडे (पूर्व सिविल सर्जन विक्टोरिया ) ने किया |

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