क्षणिक सुख के लिए किया गया व्यसनों का सेवन , जीवन भर के लिए बन जाता है दुःख का साधन
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विधालय के शिव वरदान भवन , कटंगा कॉलोनी सेवा केंद्र में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर नशा मुक्ति अभियान का शुभारम्भ
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विधालय के शिव वरदान भवन , कटंगा कॉलोनी सेवा केंद्र में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर नशा मुक्ति अभियान का शुभारम्भ
एक महीने तक जबलपुर और आस पास के क्षेत्र में स्कूल , कॉलेज, गार्डन में आयोजित किये जाएय्गे
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विधालय के शिव वरदान भवन , कटंगा कॉलोनी सेवा केंद्र में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर नशा मुक्ति अभियान – आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा नशामुक्त समाज का शुभारंभ रानी दुर्गावती विश्वविधालय जबलपुर के कुलगुरु राजेश वर्मा , कार्डियोलाजिस्ट डॉ पुष्पराज पटेल , केंसर सर्जन डॉ प्रीती जैन तथा ब्रह्माकुमारी विमला दीदी ने दीप प्रज्ज्वलन कर के किया ।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी विमला दीदी जी ने कहा कि किसी भी व्यसन का गुलाम बनने पर व्यक्ति का चारित्रिक , सामाजिक, शारीरिक और आर्थिक पतन होना शुरू हो जाता है | दुनिया भर के लोग खासतौर से युवा वर्ग दिन प्रतिदिन किसी न किसी तरह के व्यसन के चंगुल में फंस रहे है | सभी तरह के व्यसनों की सीढ़ी का पहला अनुभव तम्बाकू के किसी न किसी रूप के सेवन से होता है चाहे वह गुटखा हो , या सिगरेट बीडी हो | अनेक तरह के प्रयास व्यसन मुक्ति के लिए चल रहे है जो किसी स्तर तक सफल भी है किन्तु जब तक व्यक्ति मानसिक रूप से मजबूत न हो तो ये प्रयास स्थाई समाधान नहीं दे सकते है | ऐसी स्थिति में राजयोग और आध्यात्मिक शिक्षा का नियमित अभ्यास करने व दिनचर्या में सुधार लाने से नशा मुक्त होने का परिणाम सार्थक रहा है। इस अभियान में विशेष स्कूलों, कॉलेजों, यूनिवर्सिटी में युवाओं को नशा मुक्त रहने और अपने आस पास के लोगो को भी प्रेरणा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा |
इस अवसर पर रानी दुर्गावती विश्वविधालय जबलपुर के कुलगुरु राजेश वर्मा जी ने अपनी शुभकामनाये देते हुए कहा कि अधिकांश लोग व्यसनों की शुरुआत अपने तनाव को कम करने के लक्ष्य से ही करते है , अगर हम मन के तनाव को सकारात्मक सोच को अपना कर के दूर कर सकते है तो फिर किसी भी तरह के व्यसन की कभी आवश्यकता ही नहीं पड़े | नशा मुक्ति अभियान तभी सफल हो सकता है,जब हम नशा मुक्त रहे और दूसरों को प्रेरित करे।युवाओं में जागृति प्रदान करने के इस अभियान को आरम्भ करने के लिए संस्थान शुभकामनाओं का पात्र है |
केंसर सर्जन डॉ प्रीती जैन ने तम्बाकू सेवन के दुष्परिणाम के बारे में विस्तार से बतलाया , आपने कहा कि व्यसन के सेवन से मिलने वाला क्षणिक सुख , इस व्यसन के सेवन से हुई बीमारी को भोगने में जीवन भर के दुःख का कारण बन जाता है | नियमित व्यायाम और ईश्वर पर विश्वास हमें अपने मन को व्यस्त रखने में मदद करता है और हम व्यसन के आकर्षण से बचे रह सकते है |
कार्डियोलाजिस्ट डॉ पुष्पराज पटेल ने कहा कि नशे के सेवन करने से केवल नशा करने वाला ही नहीं , बल्कि उनका पूरा परिवार प्रभावित होता है | ऐसे में जो संसाधन परिवार की तरक्की में उपयोग किये जा सकते थे ,वे उस व्यक्ति के नशा सेवन में और नशे से उत्त्पन्न बीमारियों के इलाज में व्यय हो जाते है |
कार्यक्रम में मंच का संचालन ब्रह्माकुमारी बाला दीदी ने किया।