जबलपुर मिलिट्री स्टेशन में 4 जून को अग्निवीरों के तीसरे बैच की पासिंग आउट परेड
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अग्निवीरों को सम्मानित किया गया।
जबलपुर। मिलिट्री स्टेशन के गौरान्वित इतिहास में मुख्यालय मध्य भारत एरिया के तत्वाधान में 4 जून का दिन बेहद ही महत्वपूर्ण बना, जब भारतीय सेना के जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर एवं 1 सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर के विशिष्ट अग्निवीरों का तीसरा बच पास आउट हुआ। जबलपुर मिलिट्री स्टेशन के दोनों प्रशिक्षण केंद्रों से भारतीय सेना को कुल 2099 अग्निवीर दिए, जिसमे जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर के 558 एवं 1 सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर के 1541 अग्निवीर है।
पासिंग आउट परेड, युवा अग्निवीरों के दृढ़ संकल्प और समर्पण का प्रतीक है। इन्होंने अपने-अपने प्रशिक्षण केंद्रों पर 31 सप्ताह का कठिन और गहन प्रशिक्षण प्राप्त किया। ट्रेनिंग के दौरान कड़ी मेहनत, उच्चतम अनुशासन और समर्पण के लिए मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल पी एस शेखावत, जनरल अफसर कमांडिंग मध्य भारत एरिया द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अग्निवीरों को सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम को देखने के लिए इन अग्निवीर योद्धाओं के माता-पिता भी उपस्थित रहे, जिन्होंने शारीरिक फिटनेस, सामरिक रणनीति, एवं कुशल दक्षता का प्रदर्शन करते हुए व्यापक एवं उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण केंद्रों से पास आउट होने के बाद ये अग्निवीर अब अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए दुश्मन की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए, भारत की उत्तरी, पूर्वी और पश्चिमी सीमाओ पर तैनात होकर अपनी-अपनी युनिटों में शामिल होंगे ।
इस ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड की समीक्षा लेफ्टिनेंट जनरल पी एस शेखावत एवं ब्रिगेडियर राजेश शर्मा (कमांडेंट, जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर) तथा ब्रिगेडियर टी सुरेश (कमांडेंट, 1 सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर) के मौजूदगी में की। इस अवसर पर बोलते हुए, लेफ्टिनेंट जनरल पी एस शेखावत ने अग्निवीरों और सभी रैंकों से तिरंगे के प्रति अपनी शपथ को हमेशा याद रखने और रेजिमेंट और देश की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया।
अग्निवीरों के गौरवान्वित माता-पिता इस पासिंग आउट परेड समारोह के साक्षी बने और राष्ट्र के प्रति उनके अमूल्य योगदान के लिए उन्हें ‘गौरव पदक’ से सम्मानित किया गया। अग्निवीरों का जोश उनके संबंधित रेजिमेंटल ‘युद्ध घोष’ और ‘भारत माता की जय’ के जयकारे से ड्रिल ग्राउंड गूंज उठा। अग्निवीरों के जोश और उत्साह की स्पष्ट अभिव्यक्ति ने दर्शकों के बीच यह विश्वास जागृत किया कि राष्ट्र सुरक्षित हाथों में है।