पौधा वितरण कर गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया।
अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाली शक्ति का नाम है गुरु है
गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरुदेव महेश्वर अर्थात गुरु ही ब्रह्म है गुरु ही नारायण है और गुरु ही शिव है । गुरु व परम सत्ता है जो अपने शिष्य को अंधकार से उजाले की ओर ले जाती है उसके जीवन में हर प्रकार की आध्यात्मिक,भौतिक, राजनीतिक एवं आर्थिक सभी प्रकार की उन्नति गुरुद्वारा कराई जाती है। गुरु कभी भी अपने शिष्य को दुखी नहीं देख सकता और शिष्य का कर्तव्य है कि गुरु पूर्णिमा के दिन वह अपने आराध्य देव गुरु को अपने श्रद्धा निष्ठा व्यक्त करते हुए उनके श्री चरणों का बंधन करें उत्तर विचार गायत्री परिवार के आचार्य श्री भैया लाल द्वारा व्यक्त किए गए। गायत्री शक्तिपीठ मनमोहन नगर में आज 9 कुंडीये गायत्री महायज्ञ संपन्न कराया गया जिसमें जबलपुर ही नहीं आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालुयो ने शामिल होकर अपने गुरु वेद मूर्ति पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी के श्री चरणों में अपनी कृतज्ञता व्यक्त की इस उपलक्ष पर 85 लोगों द्वारा गुरु दीक्षा ली गई एवं 15 लोगों द्वारा विभिन्न प्रकार के नामकरण, विद्याआरन्भ एवं अन्य संस्कार कराए गए। गुरु पर्व पर श्रद्धालुओं को एक-एक पौधा भी वितरित किया गया कि वे अपने गुरु के नाम अपने आसपास अवश्य लगाएं और उसकी गुरु मानकर सेवा करें।
वॉइस का प्रज्ञा की टीम द्वारा एक शाम गुरुवार के नाम भजन संध्या संध्या आयोजित कर सभी का मन मोह लिया एवं गायत्री दीप महायज्ञ के माध्यम से पूर्णाहुति की गई। सभी श्रद्धालुओं को संकल्प कराया की वे गुरु के दिखाए हुए रास्ते हम सुधरेंगे युग सुधरेगा हम बदलेंगे युग बदलेगा का पालन जीवन भर करेंगे। मुख्य ट्रस्टी श्री बीबी शर्मा, व्यवस्थापक श्री प्रमोद राय श्री भैया लाल पटेल, श्री अरविंद श्रीवास्तव सुनील मालवीय आशुतोष कटारे श्रीमती दीप्ति मिश्रा, ््््््् आदि के द्वारा आज का कार्यक्रम संपन्न कराया गया