मध्य भारत का प्रथम रोबोटिक जाइंट रिप्लेसमेंट सेंटर त्रिवेणी हेल्थ केयर में शुरू

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वर्तमान युग में अब पूरे विश्व में रोबोटिक नी ट्रांसप्लांट (घुटना प्रत्यारोपण) एक सहज और सरल प्रक्रिया हो गई है,

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मध्य भारत का प्रथम रोबोटिक जाइंट रिप्लेसमेंट सेंटर त्रिवेणी हेल्थ केयर में शुरू

जबलपुर । बदलती हुई जीवन शैली के चलते आज भारत में और पूरे विश्व में बहुत बड़ी संख्या में घुटने के आथराइटिस के लिए घुटना प्रत्यारोपण की शल्य क्रिया संपन्न होती है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वर्तमान युग में अब पूरे विश्व में रोबोटिक नी ट्रांसप्लांट (घुटना प्रत्यारोपण) एक सहज और सरल प्रक्रिया हो गई है, प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए डॉ. अनुश्री जामदार ने बताया कि अब यह सुविधा संस्कारधानी जबलपुर में उपलब्ध हो गई है जिसका लाभ घुटने के गठिया वात से पीड़ित सभी मरीज उठा सकते हैं। जबलपुर का पहले रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट विगत दिवस संस्कारधानी के सुप्रसिद्ध अस्पताल त्रिवेणी हेल्थकेयर, राइट टाउन में वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ अजय सेठ एवं डॉक्टर राजीव सावंत की टीम जो कि 10,000 से अधिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट करने वाले जाने-माने शल्य चिकित्सक (सर्जन) हैं, उनके द्वारा संपन्न हुआ, उल्लेखनीय है कि डॉ. जितेन्द्र जामदार द्वारा पूरे महाकौशल का पहला घुटना (KNEE) रिप्लेसमेंट 1992 एवं पहला रोबोटिक सर्जरी डॉ. राजीव सावंत जी के द्वारा ही दिसंबर 2023 में की गई थी, त्रिवेणी हेल्थ केयर परिवार ने संस्कारधानी में मरीजों को सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने का संकल्प दोहराया हैं, आप सभी के स्नेह और आशीर्वाद की कामना करते हैं, डॉ. अजय सेठ ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी द्वारा उच्च श्रेणी की सटीकता और परिशुद्धता प्राप्त होती है, रिकवरी तेज होती है एवं ऑपरेशन के पश्चात् होने वाल दर्द बहुत कम मात्रा में होता है। ऑपरेशन बहुत छोटे चीरे से संपन्न होता है, जिसके कारण मरीज की रिकवरी तेज एवं दर्द कम होता है, डॉ. राजीव सावंत ने बताया कि ऑपरेशन में रोबोटिक सर्जरी के अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग के कारण सर्जरी के दौरान रक्तस्राव बहुत कम होता है एवं 3D मॉडलिंग का उपयोग होने के कारण इम्प्लांट अपनी सही जगह पर सुनिश्चित होती है। जिससे उसका प्रदर्शन बेहतर होता है एवं वह इम्प्लांट बहुत लंबे समय तक चलता है, डॉ. जितेन्द्र जामदार ने बताया कि सही इम्प्लांट प्लेसमेंट और कम सर्जिकल ट्रॉमा के कारण मरीज की फंक्शनल क्षमताओं में सुधार होता है। मरीज की संतुष्टि में वृद्धि होती है, और आपॅरेशन के बाद रिकवरी का समय तेजी से घट जाता है, जटिलताओं की संभावना भी कम होती है, ये लाभ रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट को पारंपरिक सर्जरी की तुलना में एक उन्नत और प्रभावी विकल्प बनाते हैं, पत्रकार वार्ता को डॉ जितेन्द्र जामदार, डॉ राजीव सावंत, डॉ अजय सेठ, डॉ अनुश्री जामदार ने सम्बोधित किया ।

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