कोरोना ने माता-पिता छीने, मोहन सरकार ने अनाथ बच्चों की पेंशन छीन ली
भाजपा का अमानवीय कृत्य उजागर - आईपीएपी
जबलपुर – 27 सितम्बर 2024, मध्यप्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कोरोना काल में मृत हुए माता-पिता के अनाथ बच्चों को मिलने वाली पेंशन विगत 6 माह से रोक दी है । मध्यप्रदेश सरकार ने कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना और स्पाॅन्सरशिप योजना शुरू की थी. सरकार ने इन दोनो योजनाओं को बंद कर दिया है ।
मध्य प्रदेश के 9041 अनाथ बच्चों को मिलने वाली पेंशन मध्यप्रदेश सरकार ने बंद कर दी है। मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना और स्पाॅन्सरशिप योजना के तहत इन बच्चों को 4 हजार रुपये दिए जाते थे । इन 9041 बच्चों में 1041 बच्चे वो हैं, जिनके दोनों माता-पिता कोरोना काल यानी एक मार्च 2020 से से जून 2021 के दौरान मृत्यु हो गई है और वह आज पूर्णतः अनाथ है। 8 हजार बच्चे वो हैं, जिनके माता-पिता में से किसी एक की जान चली गई । इसके बाद सरकार ने ये योजनाएं चलाकर उनका लालन-पालन आसान बनाने की बात कही लेकिन, अब इन बच्चों को 9 माह से कोई आर्थिक मदद बच्चों को नहीं मिली है ।
इंडियन पीपुल्स अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित पुरूषोत्तम तिवारी ने कहा है कि मध्यप्रदेश के 9 हजार से अधिक अनाथ बच्चों के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार का अमानवीय व्यवहार है सरकार इन अनाथ बच्चों की पेंशन तत्काल प्रारंभ करे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकार की योजनाओं को बदलने की मोहन सरकार की होड़ मची हुई है। इस प्रतिस्र्पदा में मुख्यमंत्री और उनके अधिकारी यह भी भूल गये कि अनाथ बच्चों के साथ कितना गिनौना कृत्य कर अन्याय कर रहे हैं। जब हमारे घर परिवार का बच्चा जरा सा भी कराह उठता है तो उसकी पीड़ा से पूरा परिवार सिंहर उठता है। सोचिए यह बच्चे कितने दिन से भूखे प्यासे दिन-रात गुजार रहे होंगे। हम बच्चों को भगवान का स्वरूप मानते हैं। पृथ्वी पर भारतीय जनता पार्टी बालरूपी भगवानों का अपमान कर रही है। इनका श्राप निश्चित तौर पर प्रदेश की सरकार को मिलेगा और यह सत्ता का अहंकार शीघ्र ही समाप्त होगा।