करप्शन वाला फ्लाईओवर:कमेटी अब तक की सारी शिकायतों की जांच करेगी
खराब गुणवत्ता को लेकर भी हो चुकी हैं गंभीर शिकायतें, इसी हफ्ते भोपाल से पहुंचेगी टीम, भोपाल से होगी मॉनीटरिंग
करप्शन वाला फ्लाईओवर:कमेटी अब तक की सारी शिकायतों की जांच करेगी
खराब गुणवत्ता को लेकर भी हो चुकी हैं गंभीर शिकायतें, इसी हफ्ते भोपाल से पहुंचेगी टीम, भोपाल से होगी मॉनीटरिंग
जबलपुर। जबलपुर के फ्लाईओवर की खराब गुणवत्ता और दरारों की शिकायतों की जांच करने इसी हफ्ते कमेटी का जबलपुर आगमन होगा। मामला फ्लाईओवर से जुड़ा हुआ है और आरोप बेहद गंभीर हैं इसलिए भोपाल स्तर पर इसकी मॉनीटरिंग की जा रही है। उल्लेखनीय है कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने शिकायतों की जांच के बाद अपने अधिकारियों का तबादला किया है और जांच कमेटी का गठन कर दिया है। ह
-चीफ इंजीनियर को भेजा रीवा
विभाग ने जबलपुर परिक्षेत्र के प्रभारी चीफ इंजीनियर एससी वर्मा को रीवा भेज दिया है। उनकी जगह सागर में पदस्थ आरएल वर्मा को तैनात किया गया है। प्रमुख अभियंता भोपाल द्वारा निर्माण कार्यों की जांच के लिए एक 4 सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है। कमेटी में जीपी वर्मा अधीक्षण यंत्री, जीके झा सेतुमंडल ग्वालियर, कुलदीप सिंह के अलावा भवन प्रयोगशाला अनुसंधान भोपाल के अजय कुलकर्णी को सदस्य के रुप में शामिल किया गया है। कमेटी 15 दिन के अंदर रिपोर्ट देगी।
-हर वक्त आरोपों से घिरे रहे अफसर
फ्लाईओवर निर्माण का जिम्मा संभालने वाले अफसर शुरुआत से ही आरोपों से घिरे रहे। अधिकारियों पर मनमानी, लापरवाही के भी आरोप लगते रहे। सवाल उठाया जा रहा है कि जब पीडब्ल्यूडी में फ्लाईओवर निर्माण के लिए ब्रिज डिपार्टमेंट है तो ये काम बिल्डिंग एंड रोड डिपार्टमेंट को क्यों सौंपा गया। ये फ्लाईओवर मदन महल से लेकर महानद्दा तक जाएगा,जबकि दूसरी लाइन दमोह नाका तक जाएगी। इस परियोजना का कुल अनुमानित खर्च करीब 1 हजार करोड़ रुपये है। चार साल पहले शुरू हुए इस निर्माण में अब तक केवल महानद्दा लाइन का निर्माण पूरा हो पाया है, जबकि दमोह नाका तक का काम अभी भी अधूरा है।