शहर के ठेकेदारों के करोड़ों डकारने पर आमादा दिल्ली की कंपनी

डुमना विमानतल के निर्माण कार्य में कराया था काम

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शहर के ठेकेदारों के करोड़ों डकारने पर आमादा दिल्ली की कंपनी

डुमना विमानतल के निर्माण कार्य में कराया था काम, दिल्ली की कंपनी सरकार से ले चुकी है पूरी रकम, इस महीने के अंत तक काम समेटकर वापिस भागने की तैयारी,एयरपोर्ट अथॉरिटी ने दिया नियम-कायदों का हवाला

पंडित मदन मोहन अवस्थी
जबलपुर। डुमना विमानतल में निर्माण करने वाली दिल्ली की ठेकेदार कंपनी एनकेजी इंफ्रा लिमिटेड के मालिक जबलपुर के पांच ठेकेदारों के करोड़ों रुपये डकारने की फिराक में है। इस कंपनी के कर्ताधर्ता ना तो ठेकेदारों के फोन उठाते हैं और ना ही पेमेंट कर रहे हैं। पता चला है कि ये कंपनी आने वाली तीस तारीख को अपना बोरिया-बिस्तर समेटकर जाने वाली है इसलिए जबलपुर के ठेकेदारों के हाथ-पैर फूले हुये हैं।
-क्या काम कराया गया था
जानकारी के अनुसार जबलपुर के ठेकेदारों को साल 2023 में सड़क,दीवारें और भवन आदि निर्माण का काम दिया गया था,जो ठेकेदारों ने वक्त पर पूरा किया। पेमेंट की कुछ किश्तें देने के बाद कंपनी ने रकम देना बंद कर दिया और तब से अब तक ठेकेदार भुगतान के लिए कंपनी के चक्कर काट रहे हैं। एनकेजी ने इन ठेकेदारों को पेटी कॉंट्रेक्टर के तौर पर काम दिया था। नियम-शर्ते और रेट पहले ही तय हो चुके थे,लेकिन अब कंपनी के अधिकारी मुकरते हुये नजर आ रहे हैं।
-सरकार से ले चुके हैं पूरी राशि
लोकल ठेकेदारों की चिंता इसलिए ज्यादा बढ़ी हुई है,क्योंकि एनकेजी सरकार से ठेके की पूरी धनराशि ले चुकी है। शहर के ठेकेदारों को डर सता रहा है कि यदि कंपनी दिल्ली भाग गयी तो फिर इतनी बड़ी रकम डूब में चली जाएगी। यदि कानूनी लड़ाई भी लड़ी जाएगी तो लंबा वक्त खर्च होगा। बताया गया है कि कंपनी के कुछ अधिकारी जबलपुर में मौजूद हैं। इनसे ठेकेदारों ने कई बार धनराशि दिलाने का आग्रह किया,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। कहा गया कि इसका निर्णय एनकेजी के अंकित गोयल एवं प्रदीप गर्ग करेंगे,लेकिन दोनों महानुभाव फोन उठाने को भी तैयार नहीं है। अग्निबाण ने भी इन दोनों से संपर्क करने का प्रयास किया,लेकिन फोन पिक नहीं हुआ।
-एयरपोर्ट के अफसरों की विवशता
इस मामले में एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने कहा कि वे जानते हैं कि कंपनी ठेकेदारों के रुपये खाकर रवाना होने की तैयारी में है,लेकिन वे कुछ नहीं कर सकते,क्योंकि सरकार और कंपनी(एनकेजी)के मध्य जो अनुबंध हुआ था,उसमें स्थानीय ठेकेदारों का कोई जिक्र नहीं था। ये मामला दो व्यापारियों की आपसी सहमति का है। बताया गया है कि ठेकेदारों की दर्द भरी कहानी से अधिकारी भली-भांति अवगत है और उनकी शिकायत दिल्ली भी भेज दी गयी है परंतु अब तक इसका हल नहीं निकल सका है।
-वर्जन
सरकार की ओर से कुछ नहीं किया जा सकता
इस मामले में एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कुछ नहीं किया जा सकता। हां,ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि एनकेजी द्वारा स्थानीय ठेकेदारों की रकम नहीं दी जा रही है। सरकार की ओर से एनकेजी को पूरा भुगतान किया जा चुका है। शिकायतों को दिल्ली भेजा गया है।
विजय कुमार सूरी, जीएम, डुमना एयरपोर्ट

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