शासन की गलत नीति के चलते सरकारी वेयर हाउस में गेहूं कि नहीं हो पा रही खरीदी
इस वर्ष मध्य प्रदेश शासन की खरीदी की गलत नीतियों के चलते गेहूं खरीदी नहीं हो पा रही है और सरकारी वेयर हाउस में गेहूं का अकाल पड़ा हुआ है अनेक खरीदी केंद्र में थोड़ा बहुत गेहूं लिया गया है मानक का स्टार सही होने के बाद भी कोई ना कोई कमी निकाल कर गेहूं खरीदी को रिजेक्ट कर दिया गया
पनागर इस वर्ष मध्य प्रदेश शासन की खरीदी की गलत नीतियों के चलते गेहूं खरीदी नहीं हो पा रही है और सरकारी वेयर हाउस में गेहूं का अकाल पड़ा हुआ है अनेक खरीदी केंद्र में थोड़ा बहुत गेहूं लिया गया है मानक का स्टार सही होने के बाद भी कोई ना कोई कमी निकाल कर गेहूं खरीदी को रिजेक्ट कर दिया गया जिससे इस वर्ष मजबूरी में किसानों ने कम दाम पर अपना गेहूं व्यापारियों को बचा जिससे किसानों को तो नुकसान हुआ है वही कृषक आर्थिक रूप से कमजोर हुआ है कृषक जगन्नाथ शर्मा कहते हैं कि शासन की शायद गेहूं खरीदी की मंशा नहीं थी इसलिए मानक होने के बाद भी किसान के गेहूं की टोल नहीं हो पा रही या अन्य किसी कारण को लगाकर उन्हें भड़काया भटकाया जा रहा है कृषक रामदास पटेल कहते हैं कि किसानों ने अपनी गेहूं की फसल मजबूरी मैं किसानों को बेची और नुकसान उठाया कहीं ना कहीं सरकार कि शायद गेहूं खरीदी की मंशा नहीं थी चारों और खरीदी केंद्र में यही स्थिति देखी जा रही है
कृषक विवेक पटेल कहते हैं कि गेहूं खरीदी नहीं होने के कारण किसानों को तो नुकसान हुआ है वही खरीदी से जुड़े हजारों मजदूरों को भी आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ा है
अगर शासन ने भविष्य में यही खरीदी नीति जारी रखी तो किसानों को धान बेचने में भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा