बुजुर्ग हमारे परिवार और समाज की रीढ़ हैं
संयोजक विजय नेमा अनुज ने संस्था के विभिन्न कार्यक्रमों की जानकार दी.
विगत दिवस अंतरराष्ट्रीय नेमा साहित्य मंच द्वारा गणेशोत्सव के पावन पर्व पर समाज के तमाम वरिष्ठ 90 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों का उनके निवास स्थान नरसिंहपुर,करेली एवं ग्राम मेख जाकर शाल श्रीफल एवं मान पत्र देकर किया गया.इस अवसर पर संस्था के संस्थापक संतोष नेमा कहा कि हमारे बुजुर्ग हमारे परिवार एवं समाज की रीढ़ हैं. जो परिवार एवं समाज की शान एवं पहचान हैं. भगवान गणेश ने भी ब्रह्मांड की परिक्रमा करने के बजाय अपने माता-पिता की परिक्रमा की थी और यह संदेश दिया था कि हमारे माता-पिता हमारे बुजुर्ग सबसे महान हैं. संयोजक विजय नेमा अनुज ने संस्था के विभिन्न कार्यक्रमों की जानकार दी.
सम्मानित बुजुर्गों में मेख से श्रीमती सावित्रीबाई पति स्वर्गीय श्री शिवचरण नेमा,नरसिंहपुर में श्रीमती शांति बाई,पत्नी स्वर्गीय श्री सुंदरलाल जी, श्रीमती ज्ञानवती नेमा पत्नी स्व. श्री दीनदयाल जी, श्रीमती शीला बाई गुप्ता पत्नी स्व.टी आर गुप्ता, श्री लक्ष्मी नारायण जी नेमा मिस्टर,श्रीमती सुशीला बाई पत्नी स्वर्गीय श्री गोपीचंद नेमा जो की नरसिंहपुर में सर्वाधिक उम्रदराज 97 वर्ष की है, श्रीमती पार्वती बाई पत्नी स्वर्गीय श्री चंद्रभान जी नेमा, करेली से श्री बाबूलाल जी एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सरस्वती बाई नेमा प्रमुख हैं. सभी बुजुर्गों का तिलक वंदन एवं पूजन आरती कर आशीर्वाद लिया गया. सम्मान के दौरान नरसिंहपुर नेमा समाज के अध्यक्ष एडवोकेट श्री राम गोपाल नेमा, सचिव विनोद नेमा, कोषाध्यक्ष श्री गणेश नेमा गन्नु, करेली नेमा समाज के अध्यक्ष श्री अजय नेमा मीत, एवं बड़ी तादात में समाज के गणमान्य नागरिक जिनमें श्री रामदास नेमा,राकेश,सतीश,नेमा एवं मंच के सदस्य श्री सत्यम नेमा,आशीष तुलसी,अनिल नेमा,संजय नेमा, डॉ शरद गुप्ता नरेश,सुबोध,वंदना नेमा, प्रकाश गुप्ता,अनुराग,राजेश,अनिल गुप्ता पंकज, नीरज,विष्णु,नमिता,विजय, कंछेदी नेमा,पूर्व पार्षद सुरेंद्र नेमाआदि की उपस्थिति उल्लेखनी रही.सम्मान समारोह के दौरान दौरान मंच के साहित्यकारों द्वारा बुजुर्गों पर बहुत ही प्रेरक एवं प्रभावी काव्य पाठ भी किया गया. कार्यक्रम का संचालन आशीष तुलसी सत्यम नेमा, एवं आभार गणेश नेमा एवं डॉक्टर संतोष,शरद नेमा ने किया