नन्हे बच्चे भी समझा रहे प्रकृति का मोल।
भवन, मार्ग या अन्य विकास के नाम पर खुले आम व्रक्षों को काटा जा रहा है। मदनमहल निवासी मृदुल, खुशबू उपाध्याय ने सारगर्भित झांकी तैयार की।
जबलपुर/ पर्यावरण बचाओ” का संकेत एक झांकी के माध्यम से 3 साल की वेदश्री उपाध्याय ने प्रस्तुत किया, भवन, मार्ग या अन्य विकास के नाम पर खुले आम व्रक्षों को काटा जा रहा है। मदनमहल निवासी मृदुल, खुशबू उपाध्याय ने सारगर्भित झांकी तैयार की।
प्रकृति हमारी मां है और हम सब उसके बालक यह संकेत के साथ द ब्रेन ट्रेन प्ले स्कूल की नर्सरी की छात्रा वेदश्री ने बताया कि सिर्फ मनुष्य ही नहीं किन्तु जंगली जानवर और भू मंडल में स्थिति हर प्राणी के जीवन में प्रकृति का एक महत्वपूर्ण किरदार है
अधिक पौधे लगाने से पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रित किया जा सकता है कैसे हम कचरे को रिड्यूस रियूज रिकवर और रिसाइकल करके प्रदूषण को कम कर सकते है और कैसे हम प्लास्टिक का उपयोग बंद करके प्रकृति को क्लीन एंड ग्रीन रख सकते है इन संकेतों के साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे हम ग्रीन एनर्जी और ग्रीन फ्यूल को बढ़ावा देकर , अपनी मां स्वरूपी पृथ्वी को बचा सकते है । अधिक पौधे लगाने से पर्यावरण प्रदूषण कैसे नियंत्रित होगा इसकी प्रस्तुति की सभी ने सराहना की प्रत्येक व्यक्ति को एक पौधा लगाने की सलाह दी गई।