ओटीपी दर्ज करते ही एरर से सामना

आरटीओ का सर्वर आवेदकों को रुला रहा, तीन दिनों से समस्या ज्यादा बढ़ी,एनआईसी के एक्स्पर्ट सुधार में जुटे

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ओटीपी दर्ज करते ही एरर से सामना

आरटीओ का सर्वर आवेदकों को रुला रहा, तीन दिनों से समस्या ज्यादा बढ़ी,एनआईसी के एक्स्पर्ट सुधार में जुटे
जबलपुर। लर्निंग लाइसेंस बनवाने वाले आवेदकों को इन दिनों सर्वर ने खून के आंसू रुला रखे हैं। आवेदक जैसे ही ओटीपी दर्ज करते हैं,वैसे ही
वेबसाइट 404 कान्ट फाउंड का एरर दिखा देती है। इस वजह से प्रतिदिन करीब दो सौ से अधिक आवेदक बिना लाइसेंस बनाए ही लौट रहे हैं।
सर्वर बार-बार ठप होने के कारण आवेदन प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही। अफसरों ने बताया कि यह समस्या तकनीकी खामी के कारण है, जिसे एनआईसी की टीम जल्द ही ठीक करने में लगी हुई है।
-एक साल में तीस बार आई समस्या
ट्रैक रिकॉर्ड कुछ ऐसा है कि एक साल के भीतर तीस से ज्यादा बार ऐसे मौके आए हैं,जब आरटीओ के सर्वर औंधे मुंह गिरा हो।अभी भी तीन दिन से लाइसेंस के लिए सर्वर की समस्या आ रही है। अफसरों का तर्क है चूंकि नया इंतजाम है इसलिए सेट होने में वक्त लगता है,लेकिन समझ में ये नहीं आ रहा है कि आखिर कितना वक्त लगेगा और लाखों खर्च करके बिठा ली गयी एनआईसी की टीम तीन दिनों में अड़चन दूर क्यों नहीं कर पाई। एनआईसी टीम इस तकनीकी खामी को ठीक करने के लिए लगातार काम कर रही है।
लर्निंग लाइसेंस से जुड़े आवेदकों ने कहा कि यदि जल्द ही समाधान नहीं निकला, तो उन्हें अन्य माध्यमों से अपनी शिकायतें दर्ज करनी पड़ेंगी।
-बढ़ती जा रही पेंडेंसी
सर्वर डाउन होने के कारण आरटीओ की पेंडेंसी में भी इजाफा हो रहा है,जो सर्वर चालू होने के बाद निपटाई जाएगी। सुबह से शाम तक लाइसेंस बनवाने के लिए लगातार कोशिश करने वालों की परेशानी का अंदाजा किसी को नहीं है। हालाकि, अधिकारियों का कहना है कि परेशानी जल्दी ही दूर हो जाएगी और इसके बाद सारी पेंडेंसी तेजी से निपटायी जाएगी। अधिकारियों की बेबसी ये भी है कि सर्वर की कंट्रोलिंग भोपाल से की जाती है, उसका जबलपुर से वास्ता नहीं है।
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