शहनाइयों से पहले आंसुओं का सैलाब… एक घर से उठीं पांच अर्थियां
चरगवां के हादसे से पूरे इलाके में पसरा,मेडिकल सेवाओं पर उठा सवालिया निशान
जबलपुर। होनी जब होनी होती है तो होकर रहती है। चरगवां का हादसा भी कुछ ऐसा ही है ।जिस आंगन में शाम को बारात के स्वागत में शहनाइयां गूँजनी थी, वहां दोपहर को आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। ट्रेक्टर पलटने के हादसे में पांच मौतें हो गई। ये पांचों भाई थे और शाम को इनकी बहन की शादी थी। हादसा क्यों और कैसे हुआ और सरकार ने कितनी राहत राशि जारी की,ये सब उतना महत्वपूर्ण नहीं है। जितना ये कि ऐसे हादसों के वक्त इमरजेंसी मेडिकल सेवाएं अब भी बहुत कमजोर हैं।
उनकी पीड़ा शब्दों में बयां नहीं होगी
घटना ग्राम तिनेटी निवासी आदिवासी रतनलाल के परिवार में हुई। जिन परिजनों ने अपनी आंख के तारों को खोया है,उनकी पीड़ा शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। सात भाई पेयजल लाने के लिए एक ट्रेक्टर से टैंकर लेने के लिए निकले थे। रास्ते मे ट्रेक्टर पलट गया। पांच भाईयों की ट्रेक्टर के नीच दबकर मौत हो गयी। दर्दटनाक घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया।
एम्बुलेंस पर सवालिया निशान
घटना के बाद जांच में सबसे पहले ये तथ्य सामने आया कि एम्बुलेंस ने आने में देर कर दी। मेडिकल सेवाएं वक्त पर मुहैया होती तो नतीजे इस कदर भयावह नहीं होते। मौके पर एंबुलेंस एक घंटे विलंब से पहुंची। ग्रामीण जन खुद ही ट्रेक्टर के नीचे दबे बच्चों को निकालने का प्रयास करते रहे, लेकिन संसाधनों के अभाव में अधिक समय लगा। बाद में, जिला पंचायत सदस्य राम कुमार सैय्याम अपने निजी वाहन से घायल बच्चों को मेडिकल अस्पताल लेकर गए। लेकिन, तब तक देर हो चुकी थी। जहां, घायल दो बच्चों को भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया है।
दोनों घायलों का इलाज जारी
हादसे में घायल दोनों बच्चों का इलाज जारी है। ट्रैक्टर को धर्मेंद्र ठाकुर ( गौंड ) उम्र 18 वर्ष निवासी ग्राम तिनेटा देवी का चला रहा था। मृतकों के नाम धर्मेंद्र पिता राम प्रसाद ठाकुर उम्र 18 वर्ष,देवेंद्र पिता मोहन बरकड़े उम्र 15 वर्ष , राजवीर पिता लखनलाल गौंड उम्र 13 वर्ष, अनूप बरकड़े पिता गोविंद बडकडे उम्र 12 वर्ष व लकी पिता लोचन मरकाम उम्र 10 वर्ष हैं। वहीं घायलों में दलपत पिता निरंजन गौंड उम्र 12 वर्ष व विकास पिता राम कुमार उइके उम्र 10 वर्ष शामिल हैं। ज़िला प्रशासन द्वारा मृतक के परिजनों को र 50 हजार एवं घायलों को रू 10 हजार की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
सीएम ने जताया दुःख, मंत्री पहुंचे अस्पताल
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना पर दुःख व्यक्त किया। वहीं
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से हादसे की जानकारी ली। राकेश सिंह ने कहा कि मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जा रही है।