हवाई यात्रा करने वालों के लिए अच्छी खबर
ज्यादा किराया मंजूर, लेकिन फ्लाइट का शुरु होना जरूरी
ज्यादा किराया मंजूर, लेकिन फ्लाइट का शुरु होना जरूरी
जबलपुर-भोपाल उड़ान एक मार्च से,कंपनी ने किया शेड्यूल जारी,जबलपुर के हवाई मार्ग से जुड़ेगा आठवां शहर
जबलपुर। हवाई यात्रा करने वालों के लिए अच्छी खबर है कि एक मार्च से जबलपुर से भोपाल उड़ान का आगाज होने जा रहा है। इंडिगो की ये फ्लाइट हफ्ते में तीन दिन उड़ान भरेगी। जबलपुर से अब तक सात शहरों के लिए हवाई यात्रा संभव है।नई उड़ान के बाद शहरों की संख्या आठ हो जाएगी। हैदराबाद के लिए जबलपुर से तीन दिन हवाई सेवा की सुविधा पहले ही प्राप्त हो चुकी है। उम्मीद की जा रही है पुणे को भी जल्दी जबलपुर हवाई मार्ग से जोड़ा जाए। हालाकि, जिस ढंग से इस दिशा में प्रयास हो रहे हैं, उससे लगता है कि ये घोषणा भी जल्दी होगी।
-थोड़ा ज्यादा हो सकता है किराया
इधर, कंपनी सूत्रों के अनुसार इस हवाई सेवा के लिए यात्रियों को कुछ रुपये ज्यादा अदा करने पड़ सकते हैं। शाम के वक्त रवाना होने के कारण कंपनी को एयरपोर्ट अथॉरिटी को ज्यादा फीस का भुगतान करना पड़ता है। हालाकि, इससे पहले भी जबलपुर से भोपाल की फ्लाइट थी,लेकिन बाद में वो बंद कर दी गयी थी। अब एक बार फिर से इसे प्रारंभ किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि भले कुछ किराया ज्यादा लग जाए,लेकिन सुविधा बढ़ाई जानी चाहिए।
-यह रहेगा शेड्यूल जानकारी के अनुसार इंडिगो का विमान शनिवार, मंगलवार और गुरुवार को भोपाल से शाम पांच बज़कर 50 मिनट पर उड़ान भरेगा। एक घंटे बाद शाम छह बजकर 50 मिनट पर डुमना एयरपोर्ट पहुंचेगा। इसके बाद, विमान 30 मिनट रुकने के बाद रात सात बजकर 15 मिनट पर भोपाल के लिए उड़ान भरेगा और रात आठ बजकर 15 मिनट पर भोपाल पहुचेगा। अभी शहर से इंदौर,हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली, व जगदलपुर की नियमित फ्लाइट हंै। वहीं बेंगलूरु के लिए सप्ताह में चार और हैदराबाद के लिए तीन दिन फ्लाइट है।
-अच्छा है,पर काफी नहीं
इधर, शहर के प्रबुद्ध वर्ग का कहना है कि ये नई उड़ान का प्रारंभ होना खुशी की बात जरूर है,लेकिन ये काफी नहीं है। जिस प्रकार से डुमना विमानतल को सर्वसुविधायुक्त एवं अत्याधुनिक बनाया गया है,उस दृष्टि से और उड़ानें शुरु होनी चाहिए। हवाई सेवाओं में कटौती होने से जबलपुर शहर का विकास कई स्तरों पर प्रभावित हुआ है और हो रहा है,लेकिन ये सिलसिला अब रोका जाना चाहिए,क्योंकि ऐसे में अन्य शहर ज्यादा तेजी से आगे निकल रहे हैं। बात चाहे स्टूडेंट्स की स्टडी की हो या उद्योग-व्यापार से जुड़े लोगों की, सभी हवाई सुविधाओं के अभाव से परेशान हो रहे हैं।