जलसे मे शहजादा ए गाजी ए मिल्ल्त हजरत अल्लामा अल्हाज कारी सैय्यद नूरानी मियाँ ने अपनी तक़रीर बयान की।

बुधवार को हजरत अल्लामा मौलाना अल्हाज सैय्यद कौसर रब्बानी साहब की सरपरस्ती  मे एक अजीमुश्शान जल्से का एहतेमाम किया गया।

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जबलपुर। आनंद नगर शराफाबाद स्तिथ खानकाहे ओलिया रब्बानिया मखदूमे मिल्ल्त मे हजरत वजूदुल कादरी रहमतुल्ला अलैह के उर्स शरीफ के मौक़े पर बुधवार को हजरत अल्लामा मौलाना अल्हाज सैय्यद कौसर रब्बानी साहब की सरपरस्ती  मे एक अजीमुश्शान जल्से का एहतेमाम किया गया। जलसे मे शहजादा ए गाजी ए मिल्ल्त हजरत अल्लामा अल्हाज कारी सैय्यद नूरानी मियाँ ने अपनी तक़रीर बयान की। हजरत अपनी तक़रीर मे कहा की बुजुर्गो का दामन थामे रखिये ये दामन दुनिया और आखिरत मे काम आएगा। मुस्लिम नौजावनो को हिदायत देते हुए कहा इल्म हासिल करे इस दौर मे इल्म से ही इंसान की पहचान है। हजरत ने कहा की हमारे बुजुर्गो ने इस देश के लिए क़ुर्बानी पेश की है इसलिए हमारे खून मे व हमारी नस्लों मे इस देश के लिये हमेशा वफादारी रहेगी। जलसे मे सूफ़ी सैय्यद सिफात अहमद रब्बानी, हजरत अल्हाज सैय्यद इक़बाल अहमद शम्स रब्बानी, पीरजादा सैय्यद मोहम्मद नूरी कादरी रब्बानी, पीरजादा कारी सैय्यद अहमद जिलानी कादरी रब्बानी रौनके स्टेज रहे। तक़रीर उपरांत मुल्क की तरक्की खुशहाली की दुआए मांगी गई और तबरुख तक़सीम किया गया। सुबह फज्र की नमाज के बाद क़ुल शरीफ का एहतेमाम किया गया। क़ुल शरीफ की न्याज के बाद दो दिवसीय उर्स का समापन हुआ।

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