सनातन धर्म के उत्थान एवं तत्कालीन मुगल बादशाहों द्वारा किये जा रहे जुल्मों को समाप्त करने के संघर्ष की है।
कार्यक्रम में "गुंजन कला सदन" एवं "समरसता सेवा संगठन" का भी सहयोग रहेगा।
आप अवगत है कि भारत के इतिहास में श्री गुरु तेगबहादुर जी साहिब की भूमिका सनातन धर्म के उत्थान एवं तत्कालीन मुगल बादशाहों द्वारा किये जा रहे जुल्मों को समाप्त करने के संघर्ष की है। वास्तव में यह शांति और उन्माद के बीच संघर्ष था जिसमें गुरू तेगहादुर साहिब जी ने धर्म को बचाने के लिये स्वयं के साथ ही अपने पूरे परिवार के प्राणों की आहुती दी।
श्री गुरू तेगबहादुर साहिब जी की शिक्षा को अक्षुण्य रखने तथा उनके उपदेशों का समाज के हित में कियान्वयन करने के उद्देश्य से “सुप्रभातम संस्था गोलबाजार जबलपुर” एवं “जबलपुर सिख संगत” के संयुक्त तत्वाधान में श्री गुरू तेग बहादुर साहिब जी के शहीदी दिवस के अवसर पर “हिंद की चादर तेगबहादुर” कार्यकम रविवार, दिनांक 15.12.2024 को दोपहर 12.00 बजे से 2.00 बजे तक शहीद स्मारक ऑडिटोरियम गोलबाजार जबलपुर में आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में “गुंजन कला सदन” एवं “समरसता सेवा संगठन” का भी सहयोग रहेगा।
प्रेस से वार्ता में सिख संगत जबलपुर के प्रधान श्री हरेन्द्रजीत सिंह “बब्बू” पूर्व मंत्री म.प्र.शासन, सुप्रभातम संस्था के संरक्षक श्री अभय जैन “अनुश्री”, गुंजन कला सदन से डॉ. आनंद तिवारी, ब्राहम्ण एकता मंच से संयोजक पंडित राम दुबे, समरसता सेवा संगठन जबलपुर से श्री संदीप जैन “गुड्डा” के साथ शहर के प्रमुख गुरूद्वारों के प्रधान एवं कार्यक्रम संयोजक श्री हरविंदर सिंह सलूजा तथा आलोक पाठक उपस्थित रहे।