जबलपुर मटर मंडी शहर से बाहर हो स्थानांतरित
सीएम के साथ भारतीय किसान संघ की बैठक, मटर की गिरदावरी, खाद व मिलेट्स की खरीदी के विषय उठे
जबलपुर मटर मंडी शहर से बाहर हो स्थानांतरित
जबलपुर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ सीएम हाउस ममत्व भवन में संपन्न भारतीय किसान संघ की बैठक में जबलपुर मटर मंडी के स्थानांतरण, मटर की गिरदावरी दर्ज करने, वनवासी क्षेत्रों में एमएसपी पर मिलेट्स की खरीदी करने, राजस्व, बंदोबस्त, कृषि के लिए चौदह घंटे बिजली , धान की 3100 रुपए प्रति क्विंटल पर खरीदी करने आदि विषयों पर चर्चा हुई। बैठक में महाकौशल प्रांत से शामिल किसान संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेन्द्र सिंह पटेल ने मुख्यमंत्री मोहन यादव व मुख्य सचिव अनुराग जैन के समक्ष जबलपुर मटर मंडी शहर के बाहर स्थानांतरित करने व एक जिला एक उत्पाद के तहत चयनित मटर की गिरदावरी दर्ज करने की मांग रखी। श्री पटेल ने बताया कि मटर की खरीदी जबलपुर कृषि उपज मंडी में होने से किसान व शहर वासियों दोनों को ट्रैफिक की समस्या से गुजरना पड़ता है। इसलिए मटर मंडी को शहर से बाहर स्थानांतरित किया जाए। इसके साथ ही एक जिला एक उत्पाद में चयनित मटर की गिरदावरी न होने की बात से मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए कहा कि मटर की गिरदावरी न होने से शासकीय रिकॉर्ड में मटर का उत्पादन शून्य दर्ज है। जबकि जबलपुर व आसपास के जिलों के रकबे को मिलाकर साठ हजार हैक्टेयर में मटर का उत्पादन होता है। गिरदावरी दर्ज न होने के कारण प्राकृतिक आपदा से नुकसान होने पर फसल बीमा का लाभ किसानों को नहीं मिल पाता है।
शासकीय रिकॉर्ड में उत्पादन शून्य दर्ज होने से कोई भी निवेशक फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में उद्योग लगाने के लिए नहीं आ रहा है। स्थानीय मटर प्रोसेसिंग उद्योग न होने के कारण मटर के कम दाम पर विक्रय का खामियाजा किसान भुगत रहा है। किसान संघ के प्रांत संगठन मंत्री भरत पटेल ने वनवासी क्षेत्रों में श्रीअन्न की एमएसपी पर खरीदी करने की मांग को रखा।
-किसान हितैषी है सरकार:यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि किसानों के हित में सरकार ने अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी का उत्सव गौवर्धन पूजा के साथ पूरे प्रदेश में मनाया जाएगा। साथ ही जन-प्रतिनिधियों और किसानों की उपस्थिति में कृषक कल्याण के फैसलों और किसानों के लिए लाभकारी योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए राज्य सरकार पूर्ण सजग है। किसान हितेषी फैसले निरंतर लिए जाएंगे, साथ ही किसानों के साथ नियमित संवाद भी होता रहेगा।
बैठक में कृषि मंत्री श्री एदल सिंह कंषाना, मुख्य सचिव अनुराग जैन, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव और कृषि उत्पादन आयुक्त मो. सुलेमान, अपर मुख्य सचिव नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मनु श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव वन अशोक वर्णवाल, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय कुमार शुक्ल और राघवेंद्र कुमार सिंह, कृषि सचिव एम सेलवेन्द्रन, राजस्व सचिव विवेक पोरवाल, आयुक्त एवं सचिव जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाड़े एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।