मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जानकी का विवाह
कहां की संत आनंद के सागर होते हैं केवल राम नाम से चारों पुरुषार्थ प्राप्त हो जाते
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जानकी का विवाह
बरेला। दादा ठनठन की समाधि स्थल ग्राम जमुनिया में भव्य एवं दिव्य श्री राम कथा के चतुर्थ दिवस पर राष्ट्रीय संत स्वामी गिरीशानद जी महाराज ने दशरथ के चारों पुत्रों के नामकरण पर विस्तार से प्रकाश डाला साथ ही कहां की संत आनंद के सागर होते हैं केवल राम नाम से चारों पुरुषार्थ प्राप्त हो जाते हैं मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के विवाह का आपने बड़ा ही हृदय स्पर्शी मार्मिक वर्णन किया इस अवसर पर राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न की मनमोहक झांकी निकाली गई भगवान जी के इस विवाह पर बैंड गाजे बाजे एवं आतिशबाजी का मनमोहन प्रदर्शन आयोजन समिति द्वारा किया गया इस सुअवसर पर पनागर से क्षेत्रीय विधायक सुशील तिवारी इंदु भैया,नरसिंहपुर से मैथिली शरण तिवारी, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक रमेश बडोनिया , विधायक प्रतिनिधि अनिल तिवारी, नीरज पांडे, शोभाराम गोटिया, संजय गिरी, संजय पटेल, रमेश शास्त्री, नवेरिया परिवार, राजेश सोनी, महेश मानव, सुधीर शर्मा, महेंद्र गुप्ता, संजय दुबे, सुशील शर्मा, मंच का सफल संचालन अरविंद तिवारी ने किया।