अखिल विश्व गायत्री परिवार धर्म संस्कृति उत्थान के लिए सतत प्रयास कर रहा
( अखिल विश्व गायत्री परिवार जबलपुर के तत्वावधान में सिद्ध घाट में 5100 दीपदान आध्यात्मिक कवि सम्मेलन)
जबलपुर – नर्मदा के आंचल को सजाने आटे के दीपक तटों पर प्रज्ज्वलित करना चाहिए, जिससे जीव जंतुओं के साथ पर्यावरण संरक्षण भी होता है। देव दीपावली पर नर्मदा मैया तट दीप प्रज्ज्वलित करने से कुबेर सभी का भंडार भरते हैं। अखिल विश्व गायत्री परिवार धर्म संस्कृति उत्थान के लिए सतत प्रयास कर रहा है आप सभी को सहभागिता करना चाहिए। नर्मदा जल अमृत है, भगवान शिव की साक्षात कृपा अविरल नर्मदा मैया है उक्त उद्गार नरसिंह पीठाधीश्वर डॉक्टर स्वामी नरसिंह दास जी ने अखिल विश्व गायत्री परिवार जबलपुर के तत्वावधान में आयोजित कार्तिक पूर्णिमा महोत्सव देव दीपावली पर 5100 दीपदान के अवसर पर कहे।
अखिल विश्व गायत्री परिवार जबलपुर के नर्मदाचंल शुध्दिकरण अभियान के अंतर्गत कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली के पुनीत अवसर पर 5100 सौ आटे से दीपकों से नर्मदा तट सिध्द घाट में नरसिंह पीठाधीश्वर डॉक्टर स्वामी नरसिंह दास जी महाराज, आचार्य भृगु दत्त महाराज, महामहोपाध्याय पंडित हरिशंकर दुबे, राजेश पाठक प्रवीण, संतोष नेमा, बी बी शर्मा जी ने प्रज्ज्वलित किये।
आध्यात्मिक कवि सम्मेलन में कवियों ने नर्मदा शुध्दिकरण, पर्यावरण, धरती को शुद्ध रखने कवित्तों और अनुच्छेद छंद सस्वर पाठ किया।
पूर्णिमा पर दीपदान, मां गायत्री, गुरुदेव, माता जी का षोडशोपचार पूजन अर्चन
ब्रज बिहारी शर्मा, नरेश तिवारी, नारायण दुबे, पार्षद प्रतिभा विध्येश भापकर,
, प्रेम शंकर तिवारी, सुनील मालवीय, ब्रजेश शर्मा, कविता तिवारी, ममता चौरे, रिचा मिश्रा, निधि पाठक, उमा गुप्ता,
मधु नामदेव, अशोक मिश्रा, कमल राय सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त जनों की उपस्थिति रही।