धमाके की जांच करने दिल्ली से आई एनडीआरएफ की टीम, कलेक्ट किये सैम्पल
एनआईए की टीम भी जल्दी आएगी जबलपुर, जांच के बाद पता चलेगा धमाका सिलेंडर से हुआ या कोई और है वजह, जनता में आक्रोश
जबलपुर। खजरी-खिरिया के पास कबाड़खाने में हुए धमाकों की जांच अब नेशनल लेवल की एजेंसीज करेंगी। देर रात एनडीआरएफ ( राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ) की टीम जबलपुर पहुंच गई है और टीम ने घटनास्थल से कुछ सैम्पल भी कलेक्ट किये हैं, जिनकी जांच की जाएगी। जल्दी ही एनआईए(नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ) की टीम भी आने वाली है। एजेंसियों की जांच के बाद ही खुलासा होगा कि आखिर विस्फोट की वजह क्या है। एक तरफ कहा गया है कि विस्फोट की वजह सिलेंडर हैं, लेकिन, मौके से मिले बम के खोखे सवाल खड़े कर रहे हैं। हादसे में अभी तक दो मौतों की आशंका है। हादसे ने उस पूरे सरकारी तंत्र को बेनकाब कर दिया है, जिसने सब जानकारी होने के बाद भी जानलेवा धमाके की प्रतीक्षा की। इस बात को लेकर आम जनता में रोष है।
-रात भर सो नहीं पाए लोग
खजरी खिरिया बायपास के निकट शमीम हाजी के कबाड़खाने में गुरुवार की दोपहर जो धमाका हुआ, वो जानलेवा था। धमाके के बाद लोग रात भर सो नहीं सके। धमाका इतना जोरदार था कि पांच किलोमीटर के दायरे की धरती थर्रा गयी। हादसे ने हरदा बम धमाकों की याद दिला दी। धमाके की खबर सुन भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और बचाव कार्य किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मलबे में भी लोग दबे हो सकते हैं,लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। ब्लास्ट के वक़्त कई मजदूर काम कर रहे थे। ब्लास्ट के बाद कई लोगों के हाथ-पैर कटे हुए नजर आए हैं। कुछ मजदूर घायल भी हुए हैं। जिन्हें एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया बाहरी व्यक्तियों को क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। कई घरों में दरारे
धमाके के बाद आसपास के एक से डेढ़ किलोमीटर के दारे में मौजूद घरों की दीवारों में दरार देखी गई हैं। कई लोगों के घरों को नुकसान भी हुआ है।विस्फोट के बाद गोदाम की शटर 100 दूर जाकर गिरी।
-क्या काम होता है
फैक्ट्री परिसर एक बड़े क्षेत्र में हैं। एक हिस्से में नट-बोल्ट जैसे सामान बनाने की यूनिट है। इसी कैंपस में धर्म कांटा भी है। इसके अलावा कैंपस में ही बड़े हिस्से में कबाड़ का सामान जमा करके रखा है।
-याद आ गए हरदा के काले दाग
कबाड़खाने के धमाके ने हरदा ब्लास्ट की याद दिला दी। हरदा में 7 फरवरी को अवैध बम पटाखे की फैक्ट्री में आग लग गई थी। जिसमें 14 लोगों की जान चली गई थी। हरदा के धमाके में 20 किलोमीटर की धरती कांप गयीं थी। इस घटना में 174 लोग घायल हुए थे। फैक्ट्री के आसपास के 100 मीटर दायरे के सभी घर तहस नहस हो गए थे। कई लोगों की जिंदगी बर्बाद हो गई और कई परिवार उजड़ गए थे। आज भी लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।
-आर्टिलरी सेल की बरामदगी बड़ी चिंता
खजरी खिरिया में शमीम कबाड़ के गोदाम में हुए विस्फोट के बाद मौके पर बम स्क्वाड, एफएसएल की टीम पहुंची। एक घंटे तक घटनास्थल के मुआयने के बाद विस्फोट की वजह पता नहीं चल सकी।
डाग स्क्वाड ने भी कबाड़ खाने से लेकर गोदाम और आफिस की जांच की है। स्क्वाड को मौके पर आर्टिलरी सेल मिले हैं। विस्फोट इससे हुआ है या नहीं, जांच टीम इस पर अभी मौन है। जिला प्रशासन ने खमरिया फैक्ट्री के एक्सपर्ट को भी बुलाया है, जो मौके पर मिले अर्टिलरी सेल की जांच कर रिपोर्ट देंगे।
बम निरोधक दस्ते को जांच के दौरान अर्टिलरी सेल यानि बम के खोखे मिले हैं। जानकारी के मुताबिक खमरिया फैक्टरी में जो फायरिंग टेस्टिंग के दौरान एलआर सेल होते हैं, वही सेल कबाड़ में मिले हैं। जिनकी संख्या लगभग 200 से है। कबाड़ के गोदाम में एलआर सेल कैसे पहुंचे,ये जांच का विषय है। कबाड़ में ऐसा सामान भी मिला हैं, जो अवैध है।
करीब एक सप्ताह पहले यहां मेट्रो बसों के कलपुर्जो को खोला गया था।
-कुछ अनुत्तरित प्रश्न-
इस धमाके के बाद कई ऐसे सवाल खड़े हो रहे हैं,जिनका जवाब मिलना नामुमकिन जैसा ही है। दुःखद है कि लगातार एक जैसे हादसों के बाद भी जिम्मदारों का रवैया नहीं बदला। सवाल है कि इतनी बड़ी मात्रा में आर्टिलरी सेल के खोखे कबाड़खाने तक कैसे आये। अधारताल तहसीलदार और टीआई को कबाड़खाने के पीछे चल रहे गोरखधंधे का पता क्यों नहीं चला। पूर्व एसडीएम अधारताल ने शमीम कबाड़ी का निर्माण तोड़ दिया था तो दोबारा कैसे बन गया। इस क्षेत्र के बीट प्रभारी, आरआइ, पटवारी को इस कबाड़खाने में रखे कबाड़ की जानकारी क्यों नहीं लगी। इसके अलावा भी कई प्रश्न चिन्ह हैं, जो सुलगते रहेंगे।
वर्जन
जांच होगी,किसी की बख्शेंगे नहीं
हादसा बेहद गम्भीर है। दिल्ली से जांच एजेंसियां आकर जांच करेंगी तभी स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकेगा। आर्टिलरी सेल मिलने से आशंका तो बढ़ी है पर जांच के बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ कहा जा सकेगा। इतना तय है कि किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर
जब्त किए अवैध सिलेंडर
ग़ोरख़पुर स्थित ईसाई मोहल्ला में घनी आबादी के बीच अनूप कनोजिया के मकान में घरेलू गैस की रीफ़िलिंग कार्य हेतु अवैध रूप से रखी गई लगभग 23 सिलिंडर जब्त किये गये। जिसमें से 15 भरे हुए थे और 08 ख़ाली । लगभग 50 छोटे सिलिंडर भी बरामद हुए।
पुलिस, राजस्व एवं फ़ूड विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्यवाही की गई।
सड़क में गैस की महक आने की शिकायत की सूचना के आधार पर कार्यवाही की गई।