एक शिक्षक सौ माताओं के बराबर होता है – डॉ. राजेश मेहरा चेयरमैन MPPSC
सरस्वती शिक्षा परिषद महाकौशल प्रांत जबलपुर में विमर्श सत्र में उद्बोधन हुआ।
विद्या भारती महाकोशल प्रांत द्वारा आयोजित नवचयनित आचार्य प्रशिक्षण वर्ग स्थान -सरस्वती शिक्षा परिषद महाकौशल प्रांत जबलपुर में विमर्श सत्र में उद्बोधन हुआ।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री राजेश मेहरा ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।अपने वक्तव्य में श्री मेहरा ने नए शिक्षकों को अच्छे आचार्य के गुणों, कर्तव्यों और शिक्षा के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि एक आचार्य का समाज और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान होता है। उनके मार्गदर्शन में नए शिक्षकों ने शिक्षा के उच्च मापदंडों को स्थापित करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई।
इस अवसर पर डॉ.आनंद राव क्षेत्र सह संगठन मंत्री मध्यक्षेत्र डॉ. सुधीर अग्रवाल प्रादेशिक सचिव महाकौशल प्रांत, वर्ग संयोजक विष्णुकांत ठाकुर शिवानंद सिन्हा प्रांत प्रमुख नगरीय शिक्षा, रविशंकर शुक्ला अखिल भारतीय संयोजक नैतिक शिक्षा व प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख,श्रीराम बहोरी पटेल प्रांत अंकेक्षण व क्षेत्र संयोजक प्रारंभिक शिक्षा मध्यक्षेत्र, प्रभात सिंग शिशु वाटिका प्रांत प्रमुख मंच संचालन श्री हरिराम तिवारी विभाग समन्वयक छतरपुर समन्वयक रवि मिश्रा रीवा विभाग, राम शिरोमणि शर्मा शहडोल विभाग, भास्कर वडनेरकर जबलपुर विभाग, राजकुमार ठाकुर सागर विभाग, मनोज पुरी गोस्वामी मंडला विभाग,गुरु प्रसाद शुक्ल संगीत प्रमुख , सीताराम सेन सह प्रांत प्रमुख शारीरिक शिक्षा सभी शारीरिक,बौद्धिक शिक्षक एवं सभी 228 नवचयनित प्रतिभागी आचार्य दीदीयां उपस्थित रहीं।