प्रैक्टिकल मार्क्स जोड़ना भूले,दोबारा जारी होगा 12 वीं का रिजल्ट !

माशिमं की लापरवाही से बच्चे हुए फेल, अधिकारी निकाल रहे वैकल्पिक रास्ता

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जबलपुर। माशिमं  (MP BOARD) की छोटी सी गलती 12 वीं के सैकड़ों छात्रों (STUDENTS) के लिए मुसीबत का सबब बन गयी है। दरअसल, माशिमं ने छात्रों की मार्कशीट में प्रैक्टिकल मार्क्स(PRACTICAL MARKS) नहीं जोड़े हैं। इससे रिजल्ट बिगड़ गया है। गलती सामने आने के बाद विद्यार्थियों ने स्कूल प्रबंधन से शिकायत की। अब स्कूल फिर से अंक मंडल को भेज रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों के रिजल्ट में सुधार हो सके। ऐसे में पेरेेट्स का सवाल है कि क्या माशिमं दोबारा रिजल्ट घोषित करेगा। जबलपुर से भी कुछ छात्र शिकार हुए हैं,लेकिन, विभाग उनके नाम उजागर नहीं कर रहा है।

-दो-दो बार भेजे अंक

शिक्षकों(TEACHERS) ने बताया, मार्च में सभी स्कूलों ने प्रायोगिक परीक्षा के अंक मंडल को भेज दिए थे। इसके बाद रिजल्ट जारी होने के तीन से चार दिन पहले मंडल ने एक बार फिर स्कूलों से संपर्क कर अंक भेजने के लिए कहा। स्कूलों ने दोबारा अपने-अपने विद्यार्थियों के अंक आयोग को भेजे, लेकिन परिणाम घोषित करने की जल्दबाजी में मंडल कुछ विद्यार्थियों(STUDENTS) की अंकसूची में प्रायोगिक परीक्षा के अंक चढ़ाना भूल गया।

 

-इन्हें पड़ा ज्यादा महंगा

मंडल की यह गलती उन विद्यार्थियों पर भारी पड़ गई, जो अंक नहीं जुड़ने के कारण फेल(FAIL) हो गए। कुछ विद्यार्थियों की अंकसूची में प्रैक्टिकल एक्जाम के अंक नहीं जोड़े गए थे तो कुछ को अनुपस्थित बता दिया गया था। जब ये विद्यार्थी शिकायत लेकर स्कूल पहुंचे तो स्कूल प्रबंधन ने जिम्मेदार अधिकारियों को इस गलती से अवगत करवाया। इसके बाद मंडल ने एक बार फिर इन विद्यार्थियों के अंक बुलवाए हैं। अब ये अंक जोड़कर नई अंकसूची बनाई जाएगी। मंडल की इस गलती के कारण जिले के 500 से अधिक विद्यार्थी प्रभावित हुए हैं। इधर, जिम्मेदार अफसर मंडल की इस भूल को दबाने में लगे हैं। वे चार-पांच विद्यार्थियों का मामला बताकर इस पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि कई प्राइवेट और सरकारी स्कूल स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल एग्जाम के अंक दोबारा भेज रहे हैं।

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