राम जपो जी ऐसे ऐसे ध्रुव प्रह्लाद जपिओ हरि जैसे
आत्म रस कीर्तन दरबार में गूंजी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की अमृत गुरुवाणी
राम जपो जी ऐसे ऐसे ध्रुव प्रह्लाद जपिओ हरि जैसे
आत्म रस कीर्तन दरबार में गूंजी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की अमृत गुरुवाणी
जबलपुर
श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की अमृत मयी गुरुवाणी गूंज रही थी ” राम जपो जी ऐसे ऐसे ध्रुव प्रह्लाद जपिओ हरि जैसे ।” अवसर था आत्मरस कीर्तन दरबार का ।
आज रात गुरुद्वारा श्री गुरु नानक दरबार गोरखपुर में नव वर्ष और नव मास का प्रथम आत्म रस कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें गुरुद्वारा ढ़ाताल के हुजूरी रागी जत्था भाई नरिंदरसिंह एवं गोरखपुर के भाई बलजीत सिंह एवं साजिंदे साथियों ने रस भीनागुरुवाणी शबद कीर्तन पेश कर साध संगत कोआत्म विभोर कर दिया। प्रधान साहब सरदार राजेंद्र सिंह छाबड़ा महासचिव मनप्रीत सिंह आहूजा हरजीत सिंह सूदन, नन्द पाल सिंह जस्सल एवं प्रबंधन समिति ने रागी जत्थों को शाल एवं सिरोपा प्रदान कर सम्मानित किया। तदोपरांत कड़ाह प्रसाद एवं गुरु का लंगर वितरित किया गया।