सामाजिक बुराइयों पर संत रामपाल जी महाराज का करारा प्रहार
सामाजिक बुराइयों पर संत रामपाल जी महाराज का करारा प्रहार
रिश्वतखोरी और मिलावट को बताया गंभीर पाप, दहेज और पाखंड के खिलाफ उठाई आवाज
जबलपुर जिले के विभिन्न तहसीलों में संत रामपाल जी महाराज का एक दिवसीय सत्संग का आयोजन किया गया। यह आयोजन संत जी के अनुयायियों द्वारा एलसीडी के माध्यम से संपन्न हुआ। जिला स्तरीय इस कार्यक्रम में जिले की विभिन्न तहसीलों से श्रद्धालु प्रवचन सुनने के लिए उपस्थित हुए।
सत्संग के दौरान संत रामपाल जी महाराज ने अपने प्रवचनों में समाज में व्याप्त बुराइयों जैसे दहेज प्रथा, नशाखोरी, रिश्वतखोरी, मिलावट, पाखंडवाद, और अंधविश्वास पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि रिश्वत लेने वाले को इसका फल भुगतना पड़ेगा, चाहे अगले जन्म में दहेज के रूप में या किसी गंभीर बीमारी के इलाज में। उन्होंने मिलावट के पाप के गंभीर परिणामों पर जोर देते हुए कहा कि “जो दूसरों को जहर देते हैं, वे खुद भी चैन से नहीं जी सकते।”
संत रामपाल जी के प्रवचनों से प्रेरित होकर कई लोगों ने इन सामाजिक बुराइयों को त्यागने का संकल्प लिया। दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने सत्संग को बड़े ध्यानपूर्वक सुना।